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यूपी : भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह को अपनी ही जान का खतरा, सीएम योगी के बाद शीर्ष नेतृत्व से की शिकायत

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लखनऊ, 18 जुलाई। यूपी में कैंपियरगंज से भारतीय जनता पार्टी के विधायक एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के पुत्र फतेह बहादुर सिंह को अपनी ही जान का खतरा नजर आ रहा है और उन्होंने इसे लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था को ही कठघरे में ला ख़ड़ा किया है।

पूर्वांचल के कुछ लोग फतेह बहादुर की हत्या करने की फिराक में

दरअसल, मायावती सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके और सात बार से कैंपियरगंज सीट से चुनाव जीत रहे फतेह बहादुर सिंह को अंदेशा है कि पूर्वांचल के कुछ लोग उनकी हत्या करने की फिराक में हैं। इस बारे में उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कुछ लोगों पर शक जताया है। इसके बाद भी सूबे की सरकार ने उनके पत्र पर जब कोई काररवाई नहीं की तो उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से इस बारे में शिकायत की है।

सीएम योगी को पत्र लिखने के बाद भी नहीं हुई कोई काररवाई

फतेह बहादुर सिंह के इस कदम से सूबे में हड़कंप मचा हुआ है। फतेह बहादुर सिंह के अनुसार उन्होंने अपनी जान का खतरा बताते हुए प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि 11 दिन पहले उन्होंने पुलिस अधीक्षक को खुद के खिलाफ हो रही साजिश और जान से मारने के लिए चंदा इकट्ठा करने की बात बताई थी। लेकिन अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

आरोप – अपराधियों के साथ मिले हैं जिले के आला अधिकारी

फतेह बहादुर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिख कर अपनी चिंता से अवगत कराया। इसके बाद भी उनके मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। तब जाकर उन्होंने दिल्ली जाकर पार्टी के शीर्ष नेताओं को इस बारे में बताया है, ताकि उनके साथ कोई अनहोनी न होने पाए। फतेह बहादुर का यह भी कहना है कि जिले के आला अधिकारी अपराधियों के साथ मिले हैं और साजिशकर्ता को बचा रहे हैं।

विपक्ष को मिला मुद्दा, सपा प्रवक्ता आशुतोष वर्मा ने साधा निधाना

दिलचस्प यह है कि सत्तापक्ष के विधायक की सुरक्षा को लेकर विपक्षी दलों को भी मुद्दा मिल गया और वे प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। सपा प्रवक्ता आशुतोष वर्मा का कहना है कि सोशल मीडिया पर कमेंट लिखने वाले के खिलाफ काररवाई करने में राज्य की पुलिस विलंब नहीं करती। परंतु सात बार के विधायक फतेह बहादुर सिंह सिंह अपनी जान का खतरा बताते हुए सीएम को पत्र लिखते हैं तो उस पत्र पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है जबकि फतेह बहादुर सिंह ने अपने पत्र में उन लोगों का भी नाम लिखा हैं, जिनसे उन्हें जान का खतरा है।

यूपी के पूर्व सीएम वीर बहादुर सिंह के पुत्र हैं फतेह बहादुर

उल्लेखनीय है कि फतेह बहादुर सिंह पिता वीर बहादुर सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और यूपी के मुख्यमंत्री रहे। वीर बहादुर सिंह के निधन के बाद फतेह बहादुर सिंह राजनीति में उतरे और विधायक बने। वर्ष 1991 में वह पहली बार कैंपियरगंज विधानसभा सीट से विधायक बने, तब से वह इस सीट से लगातार सातवीं बार विधानसभा पहुंचे हैं। मायावती सरकार में वह वन मंत्री रहे हैं, लेकिन योगी सरकार में उन्हें अब तक मंत्री नहीं बनाया गया हैं।

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