लखनऊ, 01 जनवरी। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर चुनाव से ठीक पहले सरकारी खर्च से भारी भरकम रैलियां आयोजित कर जनता का पैसे बर्बाद करने का आरोप लगाया है। मायावती ने शनिवार को जारी बयान में देशवासियों को नये साल की बधाई देते हुये कहा कि केन्द्र और राज्यों की सत्ता पर काबिज भाजपा और कांग्रेस की यह फितरत है कि चुनाव की घोषित होने से दो ढाई महीने पहले ये दल ताबड़तोड़ हवाई घोषणायें और शिलान्यास की आड़ में अपनी चुनावी जनसभायें करते हैं।
उन्होंने कहा कि इन रैलियों में इन पार्टियों का नहीं बल्कि जनता का सरकारी पैसा पानी की तरह बेदर्दी से बहाया जाता है। बसपा प्रमुख ने इसे सरकारी कोष दुरुपयोग बताते हुये कहा कि इन रैलियों में अधिकांश भीड़ सरकारी कर्मचारियों और टिकटार्थियों की होती है। मायावती ने चुनावी तैयारियों को लेकर बसपा की अन्य दलों से अलग विशिष्ट कार्यशैली पर किये जा रहे कटाक्ष पर कहा, “चुनाव की तैयारी को लेकर हमारी पार्टी की अलग कार्यशैली और तौर तरीके हैं जिसे हम बदलना नहीं चाहते हैं। हमारी पार्टी की कार्यशैली के लिये दूसरी पार्टियों को चिंता नहीं करनी चाहिये, हमें खुद अपनी पार्टी की चिंता है।”
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज होने के साथ ही भाजपा, सपा और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की सक्रियता के बीच मायावती का प्रचार अभियान अभी तक शुरु नहीं होना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। मायावती ने अपने संदेश में कहा कि लोकतंत्र में जनता के पास ‘एक व्यक्ति एक वोट’ का अचूक हथियार है जिसके इस्तेमाल से लोग जनविरोधी सरकार को उचित सजा दे सकते हैं।
उन्होंने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब सहित पांच राज्यों में होने विधानसभा चुनाव में लोगों से पूरी चेतना और जागृति के साथ वोट देकर बुरे दिन से मुक्ति पाकर अच्छे दिन की तरफ बढ़ने की अपील की है। मायावती ने कहा कि नये साल में 2022 की सही आकांक्षा और संदेश भी यही है।