प्रयागराज, 26 फरवरी। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमेश पाल की सरेशाम गोली मारकर की गई हत्या के मामले में भाजपा नेता राहिल हसन के भाई गुलाम का नाम भी जुड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राहिल को पार्टी से निकाल दिया गया है। हालांकि, अब तक हटाने का कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं किया गया है। राहिल हसन भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा का महानगर अध्यक्ष है। फिलहाल पुलिस छानबीन के बाद ही इस केस से जुड़े खुलासे होंगे।
गौरतलब है कि बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के इकलौते गवाह उमेश पाल पर बीते शुक्रवार (24 फरवरी) को उनके आवास के सामने सात हमलावरों ने गोलियों और देशी बमों से हमला किया था। गंभीर रूप से घायल उमेश पाल को स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस हमले में पाल का एक गनर भी मारा गया है।
उमेश पाल को पिस्टल से मारी गई थीं 7 गोलियां
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार पाल को सात गोलियां लगी थीं और उनके शरीर पर चोट के 13 निशान थे। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि सभी गोलियां पिस्टल से चलाई गई थीं। उमेश 2005 में बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह था। हत्या का मुख्य आरोपित माफिया से नेता बना अतीक अहमद है, जो वर्तमान में गुजरात की साबरमती जेल में बंद है।
प्रयागराज पुलिस ने इस मामले की छानबीन के लिए 10 टीमों का गठन किया है। संदिग्धों के ठिकानों पर लगातार दबिश जारी है। दिन दहाड़े गोलीबारी और बमबाजी के सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपितों की शिनाख्त में भी पुलिस लगी हुई है। इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उसके दो बेटों, उसके साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ आईपीसी की हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।