कानपुर, 17 फरवरी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया कि देश के लिये शहादत देने वाले उनके परिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोग जलील करते हैं। पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रोड शो करने के बाद आयोजित महिला शक्ति गर्जना कार्यक्रम में प्रियंका ने बुधवार को कहा “मेरे परिवार के लोग देश के लिए सेवा करते करते शहीद हुए, लेकिन उनको भाजपा वाले जलील करते हैं क्योंकि इनको शहादत का मतलब नहीं पता है। ये लोग इस जज्बात को नहीं समझते हैं। वह कहते हैं कांग्रेस ने 70 साल में क्या बनाया। कांग्रेस ने बनाया नहीं तो आप बेचते क्या। उन्हीं संस्थाओं से आपको रोजगार मिलता था। रेलवे और बीएचईएल जैसे संस्थान जो रोजगार देते थे, उन्हें बेचा जा रहा है।”
लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र की रिहाई पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा “ सैकड़ों लोगों के सामने जिस मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचला, मोदी जी ने उस मंत्री को मंच पर बिठाया। अब मंत्री का बेटा रिहा हो गया है। अपराधी का बाप आज भी मंत्री है और अपराधी को रिहा कर दिया। जो किसान मारे गए, उनका क्या होगा।”
भाजपा पर महंगाई,शिक्षा और बेरोजगारी के मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुये कहा कि सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के चलते लघु एवं मध्यम उद्योग की हालत पतली है। उन्होंने कहा “मैं आपसे कह रही हूं जागो, तुम्हें गुमराह किया जा रहा है। महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा आपकी समस्या है। एक समय यहां लेदर की इंडस्ट्री बहुत बड़ी थी लेकिन पिछले पांच साल में आपके लिए कुछ नहीं हुआ। कानपुर छोटे-मझोले व्यापारियों, दुकानदारों का शहर है। यहाँ का व्यवसाय इस देश की रीढ़ की हड्डी है लेकिन बीते पांच साल में सरकार ने इस शहर के उद्योग धंधों को लेकर कुछ नहीं किया। ”
उन्होंने कहा “अब जब चुनाव आ गए हैं, तब इस सरकार को रोजगार देने, महिलाओं के लिए काम करने की याद आ रही है। हमने महिलाओं को सशक्त करने की बात की तो सब पार्टियां घोषणाएं करने लगीं। आज छोटे-मझोले व्यवसायी संकट में हैं, सरकार ने व्यापारियों को राहत देने के बजाय नोटबंदी दी, जीएसटी की परेशानी दी। कालाधन वापस तो नहीं आया लेकिन नोटबंदी ने व्यापारियों की कमर जरूर तोड़ दी। सारे उद्योग और छोटे बिजनेस संकट में है। सरकार ने नोटबंदी की। आपसे कहा कि काला धन आएगा। आपने काला धन देखा। उससे किसे फायदा हुआ। भाजपा की सरकार चाहे केंद्र की हो या राज्य की, यह अमीरों के लिए चल रही है। बजट आया उसमें आपके लिए कुछ नहीं है।”