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विधानसभा और नगर निकाय के बाद 39 जिला सहकारी बैंकों पर भाजपा का कब्जा, 78 पदों पर निर्विरोध जीती

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लखनऊ, 23 जून। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा और नगर निकाय के बाद अब जिला सहकारी बैंकों में अपना पूर्ण वर्चस्व स्थापित कर लिया है। इस क्रम में राज्य के 56 जिलों के 39 जिला सहकारी बैंकों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए शुक्रवार को हुए चुनाव में पार्टी ने विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया और सभी 78 पदों पर निर्विरोध जीत हासिल की। दरअसल, इससे पहले हुए जिला सहकारी बैंकों के निदेशकों के कुल 546 में से 542 पदों पर पार्टी ने कब्जा जमा लिया था। ऐसे में विपक्ष किसी सीट पर प्रत्याशी खड़ा करने की भी स्थिति में ही नहीं रहा।

सहकारिता क्षेत्र में काफी समय से समाजवादी पार्टी का दबदबा था। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में बाकी चुनावों की तरह सहकारिता का तिलिस्म भी टूट गया है। इससे पूर्व हालिया दिनों में हुए जिला सहकारी संघ और केंद्रीय उपभोक्ता के चुनाव में भी भगवा खेमे ने सपाई वर्चस्व पूरी तरह खत्म कर दिया।

भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और सहकारिता चुनावों के प्रभारी ब्रज बहादुर उपाध्याय ने बताया कि 39 जिला सहकारी संघों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में पार्टी को ऐतिहासिक सफलता मिली है।

करिश्माई नेतृत्व से मिली सफलता : जेपीएस राठौर

वहीं सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने निर्विरोध अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बने प्रत्याशियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के करिश्माई नेतृत्व व प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की कुशल रणनीति से यह अभूतपूर्व सफलता मिली है। राठौर ने कहा कि जीतने वाले सभी जिला सहकारी बैंकों को प्रगति के पथ पर आगे ले जाएंगे।

मुख्यमंत्री योगी ने भी दीं शुभकामनाएं

इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश जिला सहकारी बैंक के सभापति एवं उपसभापति पद के लिए वर्ष 2023 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड विजय पर सभी प्रत्याशियों को ट्वीट कर हार्दिक बधाई दी है।

उन्होंने कहा, ‘यह विराट विजय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकासपरक एवं सर्वसमावेशी नीतियों के प्रति जन-विश्वास का प्रमाण है। सभी नवनिर्वाचित सभापति-उपसभापतियों को उज्ज्वल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं।’

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