नई दिल्ली, 24 मार्च। एक तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, ब्रिटिश लेबर सांसद प्रीत गिल से मुलाकात को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा सवालों के घेरे में आ गए है।
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार को इस मुलाकात पर आपत्ति जताई है। प्रीत गिल खालिस्तान अलगाववाद की वकालत करने और सामाजिक तौर पर भारत विरोधी भावनाओं को भड़काने वाली नेता है। बीजेपी ने खालिस्तानी समर्थक से मिलने को लेकर आप सांसद की निंदा की है। बता दें कि इन दिनों राघव अपने आखों के इलाज के लिए लंदन में है।
राघव चड्ढा के साथ क्या कर रही खालिस्तानी समर्थक?
बीजेपी आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर ‘आप’ सांसद राघव चड्ढा की एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसमें वह ब्रिटिश लेबर सांसद प्रीत गिल के साथ नजर आ रहे है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए मालवीय ने लिखा, ‘जेल में बंद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल कहती हैं, ‘भारत के भीतर और बाहर कई ताकतें हैं जो देश को कमजोर कर रही हैं। हमें सतर्क रहना होगा, इन ताकतों को पहचानना होगा और उन्हें हराना होगा।’ अमित मालवीय ने सुनीता केजरीवाल के बयान पर अपनी पूरी सहमति जताई।
Sunita Kejriwal, wife of jailed Delhi CM Arvind Kejriwal, says, “There are several forces within and outside India that are weakening the country. We have to be alert, identify these forces and defeat them…”
Agree with her completely.
She may want to explain what is AAP MP… pic.twitter.com/a8jajd1cNq
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) March 23, 2024
मालवीय ने सुनीता केजरीवाल से सवाल किया कि आप सांसद राघव चड्ढा ब्रिटिश लेबर सांसद प्रीत के गिल के साथ क्या कर रहे हैं? प्रीत गिल जो खुले तौर पर खालिस्तान अलगाववाद की वकालत करती है, ब्रिटेन में खालिस्तान के लिए धन जुटाती है, लंदन में इंडिया हाउस के बाहर हिंसक विरोध प्रदर्शन के लिए धन देती है, अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लगातार भारत विरोधी, मोदी विरोधी, हिन्दू विरोधी सामग्री पोस्ट करती है?’
मालवीय ने कहा कि भारत में चुनावों की घोषणा हो चुकी है। लेकिन, अरविंद केजरीवाल का नीली आंखों वाला लड़का राघव चड्ढा लंदन में है! क्यों? चड्ढा प्रीत गिल के संपर्क में क्यों हैं? हमें मीडिया प्लांटों के माध्यम से पता चला कि वह ‘आंख की सर्जरी’ के लिए यूके में हैं। अगर हां, तो दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं में ‘परिवर्तन’ का क्या हुआ? क्या ‘दिल्ली मॉडल’ एक दिखावा है? वह आंखों की सर्जरी दिल्ली सरकार के अस्पताल में क्यों नहीं बल्कि विदेश में करवा रहे हैं? AAP नेताओं से बहुत सारे सवाल, लेकिन कोई जवाब नहीं।’