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उत्तराखंड : भाजपा ने पुष्कर सिंह धामी पर फिर जताया भरोसा, दूसरी बार संभालेंगे सीएम की कुर्सी

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देहरादून, 21 मार्च। पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड विधानसभा चुनाव हारकर भी बाजी मार ले गए क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर उनपर भरोसा व्यक्त किया है और उन्हें दूसरी बार राज्य की सत्ता की बागडोर सौंपने का फैसला किया है। सोमवार को यहां हुई विधायक दल की बैठक में धामी के नाम पर मुहर लगा दी गई।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की विधायक दल की बैठक में बतौर पर्यवेक्षक मौजूदगी थी। बैठक में सतपाल महराज, अनिल बलूनी, त्रिवेंद्र सिंह रावत, धन सिंह रावत व केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट भी मौजूद थे।

राजनाथ सिंह ने दी बधाई, बोले – धामी उत्तराखंड में बहुआयामी काम करेंगे

विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम पर फैसला होने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुष्कर सिंह धामी को बधाई देते हुए कहा कि वह उत्तराखंड में बहुआयामी काम करेंगे।  छह महीने के कार्यकाल में उन्होंने छाप छोडी है।

पुष्कर सिंह धामी के सीएम चुने जाने के बाद उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, ‘उत्तराखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी को उत्तराखंड बीजेपी विधायक दल का नेता पुनः चुने जाने पर हार्दिक बधाई शुभकामनाएं!’

गौरतलब है कि गत 10 मार्च को विधानसभा चुनाव के परिणाम में भाजपा ने 47 सीटों के साथ दो-तिहाई बहुमत हासिल कर लिया था। कांग्रेस 19, बसपा दो और निर्दलीय के खाते में दो सीटें आई थीं। वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो भाजपा को 44.3% और कांग्रेस को 37.9% वोट मिले थे।

धामी को दोबारा किसी सीट से लड़ना होगा चुनाव

46 वर्षीय पुष्कर सिंह धामी हालांकि बीते चुनाव में खुद अपनी खटीमा सीट नहीं बचा सके थे। अब उन्हें दोबारा किसी सीट से चुनाव लड़कर विधानसभा की सदस्यता लेनी होगी। उनके लिए कोई सीट खाली करवाई जाएगी। खटीमा सीट से धामी को कांग्रेस उम्मीदवार भुवन चंद्र कापड़ी से पराजय का सामना करना पड़ा। हालांकि वह दो बार से इसी विधानसभा सीट से विधायक रहे थे।

तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद पहली बार संभाली थी जिम्मेदारी

इससे पहले पुष्कर सिंह धामी को औपचारिक रूप से गौरतलब है कि भाजपा सरकार के पिछले कार्यकाल में तीरथ सिंह रावत के द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद धामी को राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने चार जुलाई, 2021 को सीएम पद की शपथ ली थी।

पिथौरागढ़ जिले के कनालीचिन्ना में 16 सितंबर, 1975 को जन्मे धामी की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की। पुष्कर सिंह धामी प्रबंधन में स्नातकोत्तर हैं। उन्होंने 2002 में लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। उनके पिता एक भूतपूर्व सैनिक हैं और उनकी तीन बहनें हैं।

युवा राजनीति में भी रहे सक्रिय

धामी ने 1990 में पहली बार युवा राजनीति में हिस्सा लेना शुरू किया। 1999 तक वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े रहे। उत्तराखंड बनने के बाद उन्होंने 2002 तक पूर्व मुख्यमंत्री के सलाहकार के तौर पर काम किया।

भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे

पुष्कर सिंह धामी भाजपा युवा शाखा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने 2002 से 2008 तक भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम किया। साथ ही उन्हें आरएसएस की पृष्ठभूमि वाले नेता के रूप में जाना जाता है।

धामी राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में महाराष्ट्र व गोआ के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के करीबी रह चुके हैं। वह साफ-सुथरी छवि वाले नेता हैं और किसी भी विवाद में नहीं रहे हैं। हालांकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी राह आसान नहीं होगी। वरिष्ठ विधायकों के साथ नौकरशाहों के साथ भी तालमेल बैठाना होगा। वहीं अनुभव की कमी उनके राह में मुश्किलें पैदा कर सकती है।

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