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अरब सागर में चक्रवाती तूफान में बदला ‘बिपारजॉय’, IMD ने इन राज्यों को किया अलर्ट

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नई दिल्ली, 7 जून। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र मंगलवार शाम चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ में तब्दील हो गया। ‘बिपरजॉय’ नाम बांग्लादेश द्वारा दिया गया है। IMD ने एक बुलेटिन में कहा कि दक्षिण-पूर्व और आसपास के पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चार किलोमीटर प्रतिघंटे की गति के साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ा और एक चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ में तब्दील हो गया।

शाम साढ़े पांच बजे यह गोवा से लगभग 920 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम, मुंबई से 1050 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम, पोरबंदर से 1130 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और कराची से 1430 किलोमीटर दक्षिण में स्थित था।” इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है।

केरल-कर्नाटक तटों और लक्षद्वीप-मालदीव इलाकों में छह जून और कोंकण-गोवा-महाराष्ट्र तट पर आठ से 10 जून तक समुद्र में बहुत ऊंची लहरें उठने की संभावना है। समुद्र में उतरे मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह दी गई है। आईएमडी ने सोमवार को कहा था कि दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने और इसके गहरा होने से मानसून का केरल तट की ओर आगमन गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है।

मौसम विभाग के मुताबिक इसके चलते 24 घंटे में कोंकण के तटीय इलाके रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदर्ग के अलावा मुंबई, ठाणे व पालघर में तेज हवाओं के साथ बारिश देखने को मिल सकती है। चक्रवात ‘बिपारजॉय’ एक निम्न दबाव का क्षेत्र है, जो वर्तमान में दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर बना हुआ है। चक्रवात ‘बिपारजॉय’ इस मौसम में अरब सागर में बनने वाला पहला चक्रवात है।

तूफान ‘बिपरजॉय’ के खतरे को देखते हुए गुजरात में भी एहतियाती कदम उठाए जाने शुरू कर दिए गए हैं। गुजरात के सभी बंदरगहों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है। तूफान के खतरे को देखते हुए उत्तर गुजरात के बंदरगाहों को खास एहतियात बरतने के निर्देश जारी किये गए हैं।