पश्चिम चंपारण, 17 जुलाई। बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में बेतिया के लौरिया प्रखंड के देउरवा और बगही गांवों में पिछले दो-तीन दिनों के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 तक पहुंच गई है। इनमें दो लोगों की मौत लंबी बीमारी के कारण हुई जबकि चार के परिजनों ने स्वीकार किया है कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि अन्य 10 अन्य लोगों की मौत भी जहरीली शराब पीने से ही हुई है। फिलहाल जिला प्रशासन ने इससे इनकार करते हुए जांच की बात कही है।
जिला व पुलिस प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने देउरवा गांव पहुंचकर मृतकों के परिजनों से पूछताछ की। इनमें दो लोगों की बीमारी से मौत होने की पुष्टि हुई है, जिनके परिजनों ने उनके बीमार होने के चिकित्सीय पुर्जे दिखाए।
हालांकि मुमताज मियां के बेतिया के आस्था अस्पताल में भर्ती होने की खबर मिलने के बाद तत्काल अस्पताल पहुंचकर बीमार की जांच की गई। वहां मुमताज के चचेरे भाई भोला ने पूछताछ में बताया कि उसकी तबीयत शराब पीने से बिगड़ी है. उसी ने गांव में ठग साह द्वारा शराब का धंधा करने की बात प्रशासन को बतायी, जिसके बाद मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
छह संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही
बेतिया प्रभारी एसपी किरण कुमार गोरख जाधव ने बताया एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद छह संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। साथ ही श्वान दस्ता के माध्यम से दोषियों को चिह्नित कर गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
शराब का धंधा करने वाले ठग साह के बेटे 22 वर्षीय सुमित को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इधर स्थानीय चौकीदार नसरूल्लाह और जयराम राम को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है।
डीएम कुंदन कुमार ने कहा, हमें चंपारण के गांव में पिछले दो-तीन दिनों में कुछ लोगों की संदिग्ध हालात में मौत की जानकारी मिली है। हालांकि, उनके परिवार और गांव वालों ने शराब पीने की बात को नहीं माना है। एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। दोषी व्यक्तियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा – मामले की जांच चल रही
इस बीच बिहार की उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा, ‘इस मामले की जांच चल रही है। संबंधित अधिकारी इस पर काम कर रहे हैं। स्थानीय लोग इस मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार नहीं हैं। हम पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।’
नीतीश सरकार पर लालू यादव ने साधा निशाना
उधर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने इस खबर को ट्वीट कर कहा, ‘बिहार में सुशासनी शराबबंदी से हर साल हजारों लोग जहरीली शराब से मर जाते हैं। शराबबंदी के कारण सत्ताधारी लोग बिहार में 20,000 करोड़ की समानांतर अवैध इकॉनमी चला रहे हैं। शराबबंदी के नाम पर लाखों दलित और गरीब जेलों में बंद हैं। पुलिस भ्रष्ट और अत्याचारी बन चुकी है।’