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बिहार : ED की रेड पर भड़के लालू यादव, बोले- नहीं होंगे नतमस्तक, लगाया ये गंभीर आरोप

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पटना, 11 मार्च। जमीन के बदले नौकरी घोटाले में ईडी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ दिल्ली, एनसीआर, पटना, रांची, मुंबई समेत कई ठिकानों पर छापा मारा। ईडी की इस कार्रवाई के बाद लालू प्रसाद यादव का गुस्सा फूट पड़ा। राजद सुप्रीमो ने तेजस्वी यादव की गर्भवती पत्नी राजश्री यादव को परेशान करने का आरोप लगाया।

करीब 12 घंटे से अधिक समय तक चली छापेमारी के बाद देर रात लालू यादव ने ट्वीट कर कहा कि हमने आपातकाल का काला दौर भी देखा है। हमने वह लड़ाई भी लड़ी थी। आधारहीन प्रतिशोधात्मक मामलों में आज मेरी बेटियों, नन्हें-मुन्ने नातियों और गर्भवती पुत्रवधु को भाजपाई ED ने 15 घंटों से बैठा रखा है। क्या इतने निम्नस्तर पर उतर कर भाजपा हमसे राजनीतिक लड़ाई लड़ेंगी?

सिंगापुर नें किडनी ट्रांसप्लांट के बाद दिल्ली में बेटी मीसा भारती के घर पर रुके लालू यादव ने कहा कि संघ और भाजपा के विरुद्ध मेरी वैचारिक लड़ाई रही है और रहेगी। इनके समक्ष मैंने कभी भी घुटने नहीं टेके हैं और मेरे परिवार एवं पार्टी का कोई भी व्यक्ति आपकी राजनीति के समक्ष नतमस्तक नहीं होगा।

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की पुत्री डा. रोहिणी आचार्य ने भी स्वजन के खिलाफ चल रही केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई को शर्मनाक बताया है। शनिवार को ट्वीट कर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की बर्बादी की निशानी है, छोटे-छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाओं पर जुल्म की जो कहानी है। वहीं, शुक्रवार को कई ट्वीट के माध्यम से उन्होंने केंद्र सरकार की तुलना कंस से की। रोहिणी ने लिखा- कंस ने भी गर्भवती माता का अपमान किया था फिर क्या हुआ? कंस का याद तो होगा ही?

ईडी ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में मनी लांड्रिंग के ठोस सुबूत मिलने का दावा किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री के रूप में लालू के कार्यकाल में कई लोगों को ग्रुप डी की नौकरी मिली। बदले में लालू के परिवार के सदस्यों और एके इन्फोसिस्टम कंपनी के नाम पर उनकी जमीनें बहुत कम कीमत पर ट्रांसफर की गईं। लालू की दो बेटियां रागिनी और चंदा इस कंपनी की पूर्व निदेशक हैं। हेमा यादव को घोटाले से जुड़े दो भूखंड अलग से मिले थे।