पटना, 28 मई। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच उत्तर प्रदेश सरकार का पंचायत चुनाव कराने का दांव उल्टा पड़ गया था और राज्य के ग्रामीण इलाकों में संक्रमण तेजी से फैलने लगा था। संभवतः यही वजह है कि पड़ोसी बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर अब तक संशय की स्थिति बनी हुई है।
इस क्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रामकृपाल यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ाने की अपील की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा है कि 15 जून को पांच साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद मौजूदा पंचायत प्रतिनिधियों को पद पर बने रहने दें।
- 15 जून को खत्म होगा 2.58 लाख प्रतिनिधियों का कार्यकाल
गौरतलब है कि बिहार में लगभग 2.58 लाख पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल आगामी 15 जून को समाप्त हो जाएगा। कार्यकाल खत्म होने के बाद चुनाव नहीं होने की स्थिति में त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के सामने संवैधानिक संकट पैदा हो जाएगा। फिलहाल कोरोना महामारी के कारण पंचायत चुनाव-2021 के टलने की नौबत आ गई है।
पाटलिपुत्र के सांसद रामकृपाल ने सीएम को लिखे पत्र में मांग की है कि पंचायत प्रतिनिधियों के खत्म हो रहे कार्यकाल के बाद जब तक चुनाव नहीं हो जाता और नए जन प्रतिनिधि नहीं आ जाते, पुराने जन प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ाए जाने की जरूरत है।
भाजपा सांसद ने पत्र में कहा है कि कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार की अधिकतर योजनाओं के, जो पंचायतों के विकास से संबंधित हैं, कार्यान्वयन में भी प्रशासनिक संकट पैदा होने की स्थिति है। वैसी अपरिहार्य स्थिति में बिहार सरकार को कोई विधि सम्मत फैसला लेना होगा, जिससे त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था प्रभावी ढंग से गांव के विकास में पहले की तरह कार्य करती रहे।
रामकृपाल यादव ने अपने पत्र में बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह द्वारा सीएम को प्रेषित पत्र का भी जिक्र किया है। स्मरण रहे कि बिहार प्रदेश मुखिया महासंघ ने नीतीश कुमार से अनुरोध किया है कि पंचायती राज व्यवस्था के तहत जनप्रतिनिधियों को प्राप्त अधिकार, शक्ति और कर्तव्य को बिहार पंचयात चुनाव 2021 के होने तक विस्तारित किया जाए।
- राज्य में सक्रिय ममलों की संख्या घटकर 29 हजार से कम
इस बीच राज्य में कोरोना के नए संक्रमितों की संख्या में लगातार कमी आ रही है और स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान बिहार में 2,568 नए केस दर्ज किए गए तो 5,015 लोग स्वस्थ घोषित किए गए जबकि 98 लोगों की मौत हुई। राज्य में अब कुल एक्टिव केस 28,448 हैं। यानी इतने मरीजों का विभिन्न अस्पतालों अथवा होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है।