पटना, 22 अप्रैल। रमजान के पाक महीने में पिछले वर्षों की भांति इस बार भी राजनीतिक इफ्तार पार्टियों का दौर जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी राजधानी पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए। यह जानकारी सामने आते ही सियासी पार्टियों ने इसके अलग-अलग मायने निकालने शुरू कर दिए हैं। ऐसे कयास भी लगाए जा रहे हैं कि इफ्तार के बहाने राजनीतिक गोलबंदी की कोशिश होगी।
लालू-राबड़ी के घर लगभग 5 वर्षों बाद पहुंचे नीतीश
देखा जाए तो इफ्तार के बहाने राबड़ी के घर नीतीश कुमार लगभग पांच साल बाद पहुंचे। जानकार कहते हैं कि भले ही नीतीश कुमार राबड़ी आवास पांच साल बाद गए हैं, लेकिन इसके कई सियासी मायने भी हैं। अगर नीतीश कुमार औपचारिक निमंत्रण पत्र के बहाने लालू-राबड़ी के घर पहुंच जा रहे हैं तो इसके कई सियासी मायने हैं।
5 वर्षों बाद राजद ने दी इफ्तार की दावत
गौरतलब है कि लगभग पांच वर्षों के बाद राजद की तरफ से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया है। लालू यादव के जेल जाने के कारण पार्टी पिछले कुछ सालों से दावत-ए-इफ्तार कार्यक्रम का आयोजन नहीं कर रही थी। इस इफ्तार में शामिल होने के लिए पक्ष-विपक्ष की तमाम पार्टियों के प्रमुखों, वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया गया था। इसमें सत्तारूढ़ जदयू के साथ ही प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। तेजप्रताप यादव ने बिहार दौरे पर आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आमंत्रित करने की सूचना ट्विटर के माध्यम से दी थी।
तैयारियाँ हो गईं हैं पूरी!
रोज़ेदार भाइयों का स्वागत है! pic.twitter.com/fumRTv10VE— बिहार राजद (@RJD_BiharState) April 22, 2022
बोचहां उपचुनाव में जीत के बाद महागठबंधन नए सियासी जोड़-तोड़ में जुटा
दरअसल, नीतीश की पार्टी जदयू व भाजपा के बीच कथित तौर पर जारी खटपट और बोचहां उपचुनाव में मिली चुनावी जीत के बाद महागठबंधन नए सियासी जोड़-तोड़ की तैयारियों में जुट गया है और राजद ने इफ्तार पार्टी के बहाने सियासी खेमेबंदी शुरू कर दी है। तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी की तरफ से आयोजित इस इफ्तार में मुकेश सहनी और चिराग पासवान को भी न्योता दिया गया है।
चिराग बोले – इफ्तार के न्यौते का राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए
चिराग पासवान ने राजद के इस न्यौते पर कहा कि लालू जी की ओर से आयोजित इफ्तार में उनके पिता रामविलास पासवान जाया करते थे, इसलिए इफ्तार के न्यौते का राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। चिराग ने इसके साथ ही यह भी साफ कर दिया कि आगामी चुनाव से पहले गठबंधन को लेकर पार्टी अपने पत्ते नहीं खोलेगी।
हाजीपुर के भगवानपुर में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे चिराग पासवान से राजद के न्यौते और इफ्तार डिप्लोमेसी को लेकर सवाल हुआ तो उन्होंने गठबंधन को लेकर फिलहाल पत्ते खोलने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव या आने वाले उपचुनाव से पहले उनकी पार्टी किसी भी गठबंधन में जाने के फैसले को लेकर कुछ नहीं कहेगी।
चिराग का लालू परिवार से नज़दीकियों की तरफ इशारा
हालांकि इस बीच लालू प्रसाद यादव को डोरंडा कोषागार केस में मिली जमानत के बहाने चिराग ने लालू परिवार से नजदीकियों की तरफ इशारा भी किया। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव की सेहत को लेकर वह हमेशा चिंतित रहा करते थे। लालू को बेल मिलने पर उन्होंने खुशी भी जताई।