लखनऊ, 1 अक्टूबर। हस्तिनापुर से कांग्रेस की विधानसभा प्रत्याशी रहीं अर्चना गौतम को पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है। मेरठ जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से शनिवार को अर्चना और उनके पिता के विरुद्ध कई आरोप लगाते हुए एसएसपी मेरठ को काररवाई करने के लिए पत्र दिया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को दिल्ली में अर्चना व महिला कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद के बाद उनके निष्कासन का पत्र शनिवार को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ, जिसके अनुसार प्रदेश कांग्रेस ने अर्चना पर अनुशासनहीनता के कई गंभीर आरोपों को लेकर 31 मई को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा था। उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आने पर राज्य इकाई की अनुशासन समिति ने अर्चना गौतम को छह वर्षों की अवधि के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था।
आठ जून को जारी किया था निष्कासन का पत्र
अनुशासन समिति के सदस्य व पूर्व विधायक श्याम किशोर शुक्ला की ओर से आठ जून को अर्चना गौतम के निष्कासन संबंधी पत्र जारी किया गया था। अर्चना शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस के नेताओं से मिलने पहुंची थीं। वहां उन्होंने पार्टी से जुड़े लोगों पर बदसलूकी का आरोप लगाया था। इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं के साथ उनकी तीखी झड़प भी हुई थी। यह मामला सामने आने के बाद उनके निष्कासन की चर्चा तेज हो गई।
कुछ लोगों का यह भी कहना है कि काररवाई अभी हुई है, लेकिन पत्र पुरानी तारीख का जारी किया गया है। हालांकि प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष हिंदवी का कहना है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते अर्चना गौतम को नोटिस के बाद जून में निष्कासित कर दिया गया था।