पणजी, 26 जून। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का कहना है कि गोवा में जी20 समूह से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन से इस तटीय राज्य को दुनिया के सामने अपने प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन करने का मौका मिला है, जिससे यहां लंबी अवधि में पर्यटन क्षेत्र को और बढ़ावा मिलेगा। ‘पूरब का मोती’ (पर्ल ऑफ द ओरिएंट) कहलाने वाला गोवा अपने दिलकश तटों और ऐतिहासिक धरोहर स्थलों के चलते हर साल बड़े पैमाने पर देश-दुनिया के पर्यटकों को आकर्षित करता है।
गोवा में हाल-फिलहाल में जी20 से जुड़े दो अहम आयोजन-पर्यटन कार्य समूह (टीडब्ल्यूजी) की चौथी बैठक (19-20 जून) और पर्यटन मंत्रिस्तरीय बैठक (21-22 जून) होने से इस तटीय राज्य में अब तक आयोजित जी20 कार्यक्रमों की कुल संख्या बढ़कर सात पर पहुंच गई है। यहां जुलाई में जी20 के और अहम कार्यक्रम होने हैं। सावंत ने बैठकों के इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “हम कुल मिलाकर जी20 की नौ बैठकों की मेजबानी कर रहे हैं।”
पणजी में टीडब्ल्यूजी की चौथी और अंतिम बैठक के उद्घाटन सत्र में शामिल जी20 प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महत्वपूर्ण बैठक सुनिश्चित करेगी कि स्थायी पर्यटन और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक रोडमैप को आकार दिया जाए। जी20 पर्यटन ट्रैक से जुड़ी दोनों अहम बैठकों के बाद एक गोवा रोडमैप और कार्ययोजना तथा मंत्रीस्तरीय परिणाम दस्तावेज भी जारी किया गया था। अधिकारियों ने 21 जून को बताया था कि पर्यटन क्षेत्र में टिकाऊ, लचीला और समावेशी विकास हासिल करने के लिए “सभी जी20 देशों ने हरित पर्यटन, डिजिटलीकरण और गंतव्य प्रबंधन सहित जी20 पर्यटन ट्रैक से जुड़ी पांच प्राथमिकताओं का समर्थन किया था।”