नई दिल्ली, 24 दिसम्बर। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में दो माह पूर्व हुई एक हत्या की जांच के दौरान बांग्लादेशियों को अवैध तरीके से भारत में बसाने में शामिल एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने रैकेट से जुड़े 11 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें पांच बांग्लादेशी हैं जबकि छह आरोपित फर्जी तरीके से दस्तावेज बनाने वाले रैकेट से जुड़े हैं। डीसीपी साउथ अंकित चौहान ने आज यह जानकारी दी।
गिरफ्तार आरोपितों में 5 बांग्लादेशी नागरिक
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल वी.के. सक्सेना के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने राजधानी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की पहचान करने के लिए खास ऑपरेशन शुरू किया है। इस क्रम में बांग्लादेशियों को अवैध तरीके से भारत में बसाने में शामिल रैकेट का खुलासा बड़ी सफलता है।
लैपटॉप, मोबाइल, आधार कार्ड मशीन व दस्तावेज बरामद
दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों को संगम विहार और गिरोह के गुर्गों को रोहिणी इलाके से गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से छह लैपटॉप, छह मोबाइल फोन, आधार कार्ड मशीन, रिकॉर्ड रजिस्टर और विभिन्न दस्तावेज, 25 आधार कार्ड, चार मतदाता पहचान पत्र और आठ पैन कार्ड बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि रैकेट से जुड़े आरोपित रोहिणी में कार्यालय बनाकर गिरोह चल रहे थे और दुकान, मिस्त्री, ब्यूटी पार्लर वगैरह का काम करते थे।
हत्या की जांच से खुला रैकेट का राज
दिल्ली पुलिस ने बताया कि गत अक्टूबर में आपसी रंजिश में भारत के ही शिंटू शेख की हत्या की जांच में इस गिरोह का खुलासा हुआ। शिंटू ने ही आरोपितों को अवैध तरीके से दिल्ली पहुंचाया था और बाद में पैसे के विवाद में उसकी हत्या कर दी गई।
21 लोगों के आधार कार्ड सीज, 6 पैन कार्ड व वोटर कार्ड बरामद
पुलिस के अनुसार रैकेट से जुड़े लोग बांग्लादेशी नागरिकों को जंगल के रास्ते भारत में प्रवेश कराकर बाइक और स्थानीय परिवहन का इस्तेमाल करने के बाद ट्रेन से दिल्ली लाते थे। इसके अलावा वे उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में भी रहने लगते थे। इसके बाद दिल्ली में रजत मिश्रा नामक शख्स उनका फर्जी कागजात बनाता था, वह फर्जी वेबसाइट बनाकर जरूरी जानकारी लेकर कागजात बनाता था। अब तक 21 लोगों के आधार कार्ड सीज कर 6 पैन कार्ड और वोटर कार्ड बरामद किए जा चुके हैं।