लखनऊ, 25 मार्च। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए शनिवार का दिन काफी गहमागहमी भरा रहा। दिन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर जहां सरकार की उपलब्धियां गिनाईं वहीं देर शाम भाजपा के प्रदेश और क्षेत्र में बड़ा सांगठनिक बदलाव भी कर दिया गया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को ठीक सात महीने बाद अपनी नई टीम के गठन में सफलता मिल गई, जिसमें पार्टी ने जातीय के साथ ही क्षेत्रीय संतुलन साधने का भी प्रयास किया है। छह क्षेत्रों में नए क्षेत्रीय अध्यक्ष नियुक्त किए गये तो कई प्रदेश पदाधिकारियों को पदोन्नत किया गया है जबकि कुछ नए चेहरों को भी जगह दी गई है।
45 सदस्यीय प्रदेश टीम में 8 नए चेहरों को जगह
भाजपा की 45 सदस्यीय प्रदेश टीम में आठ नए चेहरों को जगह दी गई है जबकि चार लोगों को प्रमोट किया गया है। कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, गोरखपुर के डॉ. धर्मेंद्र सिंह और पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष मोहित बेनीवाल को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है जबकि प्रदेश मंत्री संजय राय और सुभाष यदुवंश पदोन्नत कर प्रदेश महामंत्री बना दिए गए हैं।
वहीं प्रदेश मंत्री त्रयंबक त्रिपाठी व देवेश कोरी को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। पूर्व प्रदेश मंत्री रामप्रताप चौहान क्षत्रिय कोटे में जेपीएस राठौर की जगह महामंत्री बनाए गए हैं। माना जा रहा है कि उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट कटने का ईनाम मिला है। नये चेहरों में बसंत त्यागी, शिवभूषण सिंह, सुरेश पासी व अभिजात मिश्र को प्रदेश मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है।
एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ल लगातार तीसरी बार प्रदेश महामंत्री
एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ल लगातार तीसरी बार प्रदेश महामंत्री बनने में सफल रहे हैं। एमएलसी अनूप गुप्त व प्रियंका सिंह रावत को भी रिपीट किया गया है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के करीबी और ऊंचाहार सीट से चुनाव लड़ चुके अमरपाल मौर्य फिर प्रदेश महामंत्री पद पाने में सफल रहे हैं।
अश्विनी त्यागी, सुब्रत पाठक और जेपीएस राठौर संगठन से अलग किए गए
अश्विनी त्यागी, सुब्रत पाठक और जेपीएस राठौर अलग-अलग कारणों से संगठन से अलग किए गए हैं। त्यागी को हाल ही में विधान परिषद में मुख्य सचेतक पद की जिम्मेदारी दी गई है। राठौर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं जबकि कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक को लोकसभा चुनाव के चलते संगठन की जिम्मेदारी नहीं दी गई है। पुरानी कमेटी के 18 प्रदेश उपाध्यक्षों में से 13 का पद बरकरार है। इनमें पंकज सिंह, विजय बहादुर पाठक, कांता कर्दम, संतोष सिंह, सलिल बिश्नोई, सुरेंद्र नागर, सत्यपाल सैनी, नीलम सोनकर, कलावती सिंह, बृजबहादुर, सुनीता दयाल, दिनेश कुमार शर्मा, पदमसेन चौधरी शामिल हैं।
काशी क्षेत्र के नए अध्यक्ष होंगे दिलीप पटेल
छह क्षेत्रों के नए क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाए गए हैं। इनमें कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में प्रकाश पाल, काशी में दिलीप पटेल, गोरखपुर में शहजानंद राय, अवध क्षेत्र में कमलेश शर्मा, ब्रज क्षेत्र में द्रुवविजय सिंह शाक्य और पश्चिम क्षेत्र में सतेंद्र सिसोदिया को क्षेत्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है।
निकाय चुनाव में होगी नई टीम की पहली परीक्षा
दरअसल यूपी में भाजपा मिशन 80 को लेकर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में पूरी तरह से जुट गई है।
समझा जाता है कि भाजपा ने नई टीम का गठन चुनावी समीकरणों को देखते हुए किया है। वैसे भाजपा संगठन में हुए फेरबदल को यूपी निकाय चुनाव में इम्तेहान के तौर पर भी देख रही है। यही वजह है कि भाजपा ने नई टीम में ओबीसी पर भी दांव खेला है। जानकार बताते हैं कि संगठन में बदलाव से अगर निकाय चुनाव में भाजपा को खास फायदा मिलता है तो इसी संगठन को लोकसभा चुनाव के मैदान में भी उतारा जा सकता है।