लखनऊ, 21 अगस्त। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा महत्वपूर्ण फैसला लिया है। जिससे कई गरीब छात्रों और उनके माता-पिता को बड़ी राहत मिलेगी। दरअसल, राजकीय माध्यमिक स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों को भी अब मुफ्त पुस्तकें दी जाएंगी। क्योंकि जैसे-जैसे छात्र बड़ी कक्षा में आते हैं, वैसे-वैसे उनकी किताबों की कीमत भी बढ़ती है। अब जब उन्हें विद्यालय से मुफ्त किताबें मिलेंगी तो उन पर आर्थिक बोझ कम होगा और पढ़ने में उनकी रूची बढ़ेगी।
अब राजकीय माध्यमिक स्कूलों में पढ़ रहे कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों को भी निश्शुल्क पाठ्यपुस्तकें दी जाएंगी। अब इसका दायरा इंटरमीडिएट तक बढ़ाया जाएगा। प्रदेश में 2,428 राजकीय माध्यमिक स्कूलों में कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों को निश्शुल्क पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराने में कुल 19.70 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी।
शासन स्तर पर उच्चस्तरीय बैठक में इस पर मंथन किया गया। अभी परिषदीय स्कूलों व माध्यमिक स्कूलों में कक्षा एक से कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों को ही निश्शुल्क पाठ्यपुस्तकें दी जा रही हैं।
वहीं दूसरी ओर कई राज्यों में कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों को यह सुविधा दी जा रही है। इसमें गुजरात, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक व तमिलनाडु शामिल हैं। निम्न आय वर्ग के तमाम अभिभावकों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है। मगर अब आगे उन्हें परेशान नहीं होना होगा।आगे माध्यमिक स्कूलों के विद्यार्थियों को भी यह लाभ दिया जा सकता है।