लखनऊ, 31 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान के जौहर ट्रस्ट को शिक्षा विभाग की ओर से सौंपी गई करोड़ों रुपये की जमीन वापस लेने का फैसला किया है। सीएम योगी की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया।
41,181 वर्ग फुट जमीन 100 रु. सालाना किराए पर 30 वर्षों के लिए लीज पर दी गई थी
उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव की सरकार में शिक्षा विभाग की 41181 वर्ग फुट जमीन जौहर ट्रस्ट को 100 रुपये सालाना किराए पर 30 वर्षों के लिए लीज पर दी गई थी। आरोप है कि आजम खान के अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए नियमों का उल्लंघन कर उक्त जमीन हासिल की थी, जिसे वापस लेकर मंगलवार को योगी सरकार ने आजम खान को एक बड़ा झटका दिया है।
आजम खान ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए जमीन लीज पर ली थी
राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के अनुसार आजम खान ने यह जमीन हासिल करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग के साथ एक करार किया था। इसी करार की शर्तों के उल्लंघन किए जाने के आरोप आजम खान पर लगे थे। यह कहा गया था कि आजम खान ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए शिक्षा विभाग से राजकीय मुर्तजा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के भवन और जमीन को लीज पर लिया था।
सपा नेता पर लगे थे करार की शर्तों के उल्लंघन के आरोप
फिर इस भूमि पर अपना कार्यालय दारूल अवाम और रामपुर पब्लिक स्कूल की स्थापना कराई थी जबकि जमीन हासिल करने के लिए, जो करार हुआ था, उसमें कहा गया था कि आवंटित भूमि का उपयोग यूनिवर्सिटी के लिए किया जाएगा। इस जमीन को किसी अन्य कार्य में इसका उपयोग में नहीं किया जाएगा।
जिला प्रशासन जल्द ही रामपुर पब्लिक स्कूल की जमीन को भी खाली कराएगा
जांच में इन आरोप सही पाए गए और अब सरकार ने इस लीज कैंसिल करने का फैसला किया है। सुरेश खन्ना ने बताया कि अब रामपुर का प्रशासन जल्द ही आजम खान के ऑफिस के साथ रामपुर पब्लिक स्कूल की जमीन को भी खाली कराएगा। इसके साथ ही सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की जांच डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ के नेतृत्व में एक जांच कमेटी करेंगी।