नई दिल्ली, 1 सितंबर। गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद से पार्टी ने हलचल तेज हो गई है। पार्टी छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने बयान देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठाया था। वहीं, अब उनके समर्थन में NSUI के 36 नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। राज्य के उपाध्यक्ष अनिरुद्ध रैना से लेकर प्रदेश महासचिव मनिक शर्मा ने इस्तीफा दे दिया।
बता दें, गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के नेतृत्व पर कई गंभीर सवाल उठाए थे। उन्होंने ये भी कहा था कि, पार्टी में वरिष्ठ नेताओं का अपमान किया जा रहा है साथ ही पार्टी पूरी तरह एक कठपुतली मॉडल पर काम कर रही है। गुलाम नबी आजाद ने अपने बयान में इस बात का भी जिक्र किया था कि वो जल्द प्रेदश में एक नई पार्टी की स्थापना करेंगे. उन्होंने बताया कि, राज्य में आगामी चुनावों को लेकर नई पार्टी बनाने का फैसला लिया गया है।
हालांकि, इससे ज्यादा उन्होंने इस बारे जानकारी देने से मना कर दिया था। गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को सौंपे अपने इस्तीफे में लिखकर दिया था कि पार्टी का हर फैसला राहुल गांधी ही ले रहे हैं। राहुल पार्टी में मौजूद किसी भी वरिष्ठ नेता से राय तक नहीं ले रहे हैं जो अपमानजनक है। उन्होंने ये भी कहा कि, पार्टी राहुल के नेतृत्व में कई बार चुनाव हार चुकी है और आगे भी यही हाल होते दिख रहा है। बताया गया कि, गुलाम नबी आजाद के दिए इस बयान को पार्टी ने खारिज करते हुए बिना तथ्य का बताया।