हैदराबाद, 17 सितम्बर। उदयनिधि स्टालिन सहित द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेताओं द्वारा सनातन धर्म को लेकर की गईं टिप्पणियों से बढ़ते विवाद के बीच कांग्रेस सतर्क हो गई है। पार्टी के कुछ नेताओं ने शनिवार को इस विषय पर सावधानी भरा रुख अपनाने और पार्टी से भाजपा के एजेंडे में नहीं फंसने की अपील की।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कुछ नेताओं ने यहां कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कहा कि पार्टी को ऐसे मुद्दों से दूर रहना चाहिए और इसमें नहीं फंसना चाहिए।
राहुल की सलाह – पार्टी नेता गरीबों और उनके मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी ने कहा कि नेताओं को सनातन धर्म विवाद में पड़ने की बजाय गरीबों और उनके मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए क्योंकि वे पार्टी के पारंपरिक वोट बैंक रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी को गरीबों के मुद्दे उठाने चाहिए, चाहे वे किसी भी जाति के हों।
सूत्रों ने बताया कि सीडब्ल्यूसी की बैठक के दौरान, बघेल और दिग्विजय सिंह दोनों ने कहा कि सनातन धर्म विवाद पर बोलने से पार्टी को नुकसान होगा और भाजपा को मदद मिलेगी।
कांग्रेस ‘सर्वधर्म समभाव’ में विश्वास करती है – पी चिदंबरम
वहीं पार्टी की एक मीडिया ब्रीफिंग में इस विषय पर वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि भाजपा असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है और कांग्रेस इस विवाद में नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘सर्वधर्म समभाव’ में विश्वास करती है।