हाथरस, 3 जुलाई। हाथरस जिले के रतिभानपुर में मंगलवार की दोपहर जिन नारायण साकार हरि बाबा उर्फ भोले बाबा के नाम से प्रसिद्ध सूरज पाल सिंह के सत्संग में मची भगदड़ से 121 लोगों की मौत हो गई, उनका बयान हादसे के 24 घंटे बाद आया है। बाबा ने हादसे का ठीकरा अराजकतत्वों पर फोड़ा है। दिलचस्प तो यह है कि एक तरफ भोले बाबा के खिलाफ काररवाई की तलवार लटक रही है तो दूसरी तरफ उन्होंने खुद ही लीगल एक्शन की बात कह दी है।
साकार हरि बाबा ने सुप्रीम कोर्ट के चर्चित वकील एपी सिंह के जरिए अपना लिखित बयान जारी किया है। इसमें बाबा ने लिखा है, ‘समागम से मेरे निकलने के बाद हादसा हुआ। असामाजिक तत्वों ने भगदड़ मचाई है। इन लोगों के खिलाफ लीगल एक्शन लूंगा।’ उन्होंने साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
हालांकि हादसे को लेकर अब तक हुई सरकारी जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट में बाबा के बयान के उलट बातें कही गई हैं। इसमें कहा गया है कि बाबा का चरण रज लेने के लिए भीड़ जब उनकी तरफ बढ़ी तो सेवादारों और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी दौरान दबाव बढ़ गया और लोग एक दूसरे को कुचलते चले गए।
भोले बाबा आखिर हैं कहां?
बताया जाता है कि हाथरस की घटना के बाद भोले बाबा मैनपुरी के बिछवां स्थित अपने आश्रम में चले गए थे। बाबा बुधवार की देर रात तक इसी आश्रम में थे, ये चर्चाएं हवा में तैरती रहीं। हालांकि कोई भी अधिकारी इसकी पुष्टि के लिए तैयार नहीं था। आश्रम का मुख्य गेट लगातार बंद रहा। मंगलवार की रात पुलिस ने हर संभव कोशिश की, लेकिन गेट नहीं खोला गया। बुधवार देर रात तक पुलिस यहां डेरा जमाए रही।