नई दिल्ली, 18 दिसंबर। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ एक वर्ष से भी ज्यादा समय तक चले किसान आंदोलन के अग्रणी नेताओँ में एक गुरनाम सिंह चढूनी ने अब राजनीतिक पारी शुरू करने का फैसला किया है और इसी क्रम में शनिवार को उन्होंने संयुक्त संघर्ष पार्टी नाम से अपनी राजनीतिक पार्टी लॉन्च की। पार्टी की पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव में सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना है।
राजनीति प्रदूषित हो गई है, इसे बदलने की जरूरत
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के हरियाणा अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी लॉन्च करते हुए कहा, ‘राजनीति प्रदूषित हो गई है। इसे बदलने की जरूरत है। पूंजीवाद को बढ़ावा देने वाले नीति निर्माताओं, पूंजीपतियों के पक्ष में
बीकेयू नेता ने देश के सामने ‘पंजाब मॉडल‘ रखने की पेशकश की थी
इससे पहले गत 26 नवंबर को बीकेयू नेता ने देश के सामने एक ‘पंजाब मॉडल’ रखने की पेशकश की थी, ताकि बाकी राज्य इसका अनुकरण कर सकें। उसके पहले 28 अगस्त को चढूनी के आह्वान पर करनाल में भाजपा के एक कार्यक्रम में प्रदर्शनकारी किसानों ने घुसने की कोशिश की थी, जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी शामिल हुए थे।
सीएम के कार्यक्रम में घुसने की कोशिश के दौरान ही पुलिस की कार्रवाई में कई किसान गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद खट्टर सरकार को पीछे हटना पड़ा था और एसडीएम आयुष सिन्हा के तबादले के साथ कई मांगें माननी पड़ी थीं।