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भारती एयरटेल इसी माह शुरू करेगी 5जी सेवाएं, वर्ष 2024 तक देश के हर शहर को जोड़ने का लक्ष्य

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नई दिल्ली, 9 अगस्त। निजी दूरसंचार कम्पनी भारती एयरटेल इसी माह अपनी 5जी सेवाएं शुरू करने जा रही है। कम्पनी  ने इसके साथ ही मार्च, 2024 तक देश के सभी शहरों तथा प्रमुख ग्रामीण क्षेत्रों को 5जी सेवाओं से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है।

कम्पनी के सीईओ गोपाल विट्ठल ने दी जानकारी

भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गोपाल विट्टल ने मंगलवार को यह जानकारी देते कहा, ‘हमारा 5जी सेवाएं अगस्त से शुरू करने का इरादा है। जल्दी ही इसे देशभर में पहुंचाया जाएगा। हमें भरोसा है कि हम मार्च, 2024 तक देश के प्रत्येक शहर और प्रमुख ग्रामीण इलाकों में 5जी सेवाएं शुरू कर देंगे।’

देश में मोबाइल सेवाओं की कीमत बढ़ाए जाने की जरूरत

गोपाल विट्ठल ने यह भी कहा कि देश में मोबाइल सेवाओं की कीमत काफी कम है और इसे बढ़ाए जाने की जरूरत है। उनके अनुसार एयरटेल की मासिक प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) 183 रुपये है और इसके जल्दी ही शुल्क दरों में वृद्धि के साथ 200 रुपये तथा अंतत: 300 रुपये पर पहुंचने का अनुमान है।

एयरटेल ने 43,040 करोड़ रुपये में निम्न और मध्यम बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदा है

कम्पनी के वित्तीय परिणाम को लेकर विट्ठल ने कहा, ‘वास्तव में, देश में 5,000 शहरों में नेटवर्क क्रियान्वयन की विस्तृत योजना पूरी तरह तैयार है। यह कम्पनी के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा क्रियान्वयन होगा।’ गौरतलब है कि भारती एयरटेल ने हाल में संपन्न स्पेक्ट्रम नीलामी में पूरे देश में 3.5 गीगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में 19,867.8 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी हासिल की। कम्पनी ने कुल 43,040 करोड़ रुपये में निम्न और मध्यम बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदा है।

700 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदने की जरूरत नहीं

विट्टल ने कहा कि कम्पनी का पूंजी व्यय मौजूदा स्तर पर बना रहेगा। उन्होंने महंगे और बेहतर माने जाने वाले 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम खरीदने की जरूरत को तवज्जो नहीं दी। इस बैंड में स्पेक्ट्रम से अन्य बैंड के मुकाबले दूरसंचार सेवाओं के लिए कम मोबाइल टावर लगाने की जरूरत होती है।

उन्होंने कहा, ‘हमारी प्रतिस्पर्धी कम्पनियों के पास बड़े स्तर पर मध्यम बैंड स्पेक्ट्रम नहीं है। अगर हमारे पास इतने बड़े स्तर पर मूल्यवान मध्यम बैंड में स्पेक्ट्रम नहीं होता, तो हमारे लिए 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता।’ उन्होंने कहा कि कम्पनी के पास 900 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड है और उसकी तुलना में 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में नेटवर्क से कोई अतिरिक्त कवरेज नहीं मिलता है।

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