जयपुर, 12 दिसम्बर। भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश के बाद लगातार तीसरे दिन मंगलवार को भी चौंकाने वाला नाम प्रस्तुत किया और राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए भजन लाल शर्मा के नाम पर अंतिम मुहर लगा दी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के करीबी माने जाने वाले सांगानेर से पहली बार विधायक चुने गए 55 वर्षीय भजन लाल शर्मा अब राजस्थान की कमान संभालेंगे।
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भजन लाल के नाम का प्रस्ताव रखा
दिल्ली से आए पर्यवेक्षकों – केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े व सरोज पांडेय की मौजदूगी में अपराह्न भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भजन लाल के नाम का प्रस्ताव रखा था। इस पर सभी विधायकों ने सहमति जताई। इस प्रकार देखा जाए तो भाजपा ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान में भी ऐसे चेहरे को आगे कर दिया, जिसकी कहीं चर्चा ही नहीं थी।
राजस्थान भाजपा विधायक दल की बैठक में श्री भजन लाल शर्मा को राज्य का मुख्यमंत्री मनोनीत किए जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। pic.twitter.com/HB36IiCiO8
— BJP (@BJP4India) December 12, 2023
दिया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा को डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी
भाजपा ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की भांति राजस्थान में भी सीएम के सहयोग के लिए दो उप मुख्यमंत्री बनान का फैसला किया है। विधायक दल की बैठक में ही श्रीमती दीया कुमारी व प्रेमचंद बैरवा डिप्टी सीएम बनाने की घोषणा की गई जबकि वासुदेव देवनानी विधानसभा अध्यक्ष होंगे।
राजस्थान के उपमुख्यमंत्री बनने पर श्रीमती @KumariDiya व श्री @Mladrprembjp को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।
हमें पूर्ण विश्वास है कि आपके कार्यकाल में राजस्थान विकास की ओर तीव्रता से उन्मुख होगा। pic.twitter.com/t5EqJWg5Q4
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) December 12, 2023
दरअसल, पार्टी दफ्तर पर विधायक दल की बैठक शुरू हुई तो पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह, विनोद तावड़े व सरोज पांडेय और चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने भाजपा के कई नेताओं से अलग-अलग कमरे में मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, दीया कुमारी और अनीता भदेल को अलग-अलग कमरे में बैठाकर बातचीत की गई। भजन लाल शर्मा को रूम में ले जाकर राजनाथ सिंह ने बात की। वहीं सरोज पांडेय और विनोद तावड़े ने प्रेम चंद्र बैरवा से रूम में बात की।
यूं टूटा राजस्थान के नए सीएम का सस्पेंस
सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का राजनाथ सिंह के पास फोन आया। इसके बाद एक पर्ची पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के हाथ में दी गई। इस पर्ची में राज्य के होने वाले सीएम का नाम था। वसुंधरा राजे ने मीडिया के सामने आकर भजन लाल शर्मा के नाम का एलान कर दिया। इसके साथ ही राज्य में सीएम के नाम को लेकर 10 दिनों से जारी संस्पेंस खत्म हो गया।
सीएम की रेस में आधा दर्जन नाम शामिल थे
दिलचस्प यह रहा कि राजस्थान में सीएम पद की रेस में कई नाम चल रहे थे। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम वसुंधरा राजे का था, जो पहले भी राजस्थान की कमान संभाल चुकी हैं। इसके अलावा राजस्थान में हिन्दुत्व के पोस्टर ब्वॉय बन चुके बाबा बालकनाथ के नाम पर भी चर्चा थी। वहीं गजेंद्र शेखावत, सीपी जोशी, दीया कुमारी और राजवर्धन राठौड़ जैसे नाम भी रेस में थे। फिलहाल भाजपा ने पहले छत्तीसगढ़ में आदिवासी नेता विष्णुदेव साय, फिर मध्य प्रदेश में ओबीसी नेता डॉ. मोहन यादव और अब यहां पहले प्रयास में विधायक बने भजन लाल को सीधे सीएम की कुर्सी सौंप दी।
संगठन में लंबे समय से कार्यरत रहे हैं भरतपुरवासी भजन लाल शर्मा
भरतपुर के रहने वाले भजन लाल शर्मा संगठन में लंबे समय से कार्यरत हैं। RSS और ABVP से जुड़े रहे भजन लाल चार बार से प्रदेश महामंत्री के तौर पर कार्यरत हैं। भाजपा ने उन्हें पहली बार जयपुर की सांगानेर, जिसे भाजपा का गढ़ माना जाता है, जैसी सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ाया और पहली बार में ही वह सीएम बन गए। मौजूदा विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर भजन लाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया था।
बिना सीएम फेस के भाजपा ने लड़ा था चुनाव
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ और एमपी की तरह राजस्थान में भी भाजपा ने बिना सीएम चेहरे के चुनाव लड़ा था। राजस्थान में 200 में से 199 सीटों पर हुई वोटिंग में भाजपा ने 115 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया है। वहीं कांग्रेस 69 सीटें हासिल कर सकी और उसे सत्ता गंवानी पड़ी।