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हावड़ा हिंसा : बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार गिरफ्तार, हावड़ा जाते समय की गई गिरफ्तारी

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कोलकाता, 11 जून। पश्चिम बंगाल के हावड़ा में दो दिनों के दौरान हुई हिंसा से प्रभावित क्षेत्र के दौरे पर जाते समय शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को द्वितीय हुगली सेतु पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सुकांत को पहले उनके घर पर हाउस अरेस्ट किया गया था, जहां से वह पुलिस का घेरा तोड़कर निकल गए। बाद में हावड़ा के पंचला जाने के क्रम में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस ने कहा – सुकांत के दौरे से बिगड़ सकती थी कानून व्यवस्था

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हावड़ा में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है, जहां मजूमदार प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे। उनके दौरे से कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति पैदा हो सकती थी। एहतियात के तौर पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।’

कानून-व्यवस्था की पूरी तरह चरमरा गई

वहीं भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा, ‘भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को सुबह घर में नजरबंद क्यों रखा गया?  यहां की कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने सीएम ममता बनर्जी से सवाल किया कि आप (सीएम) क्या कर रही हैं? पॉल ने यह भी कहा कि घटनास्थल पर सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाना चाहिए।

पांचला बाजार में पुलिस से झड़प, उपद्रवियों ने दुकान में लगाई आग

इसके पूर्व दिन में हावड़ा जिले के पांचला बाजार में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच फिर से झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने एक दुकान में आग लगा दी। सामने आए वीडियो में पुलिसकर्मियों को आग बुझाते देखा जा सकता है। प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव किए जाने पर पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।

भाजपा कार्यालय को भी आग के हवाले कर दिया

उधर रघुदेवपुर में प्रदर्शनकारियों ने पहले पुलिस पर पथराव किया, फिर भाजपा कार्यालय को आग के हवाले कर दिया। सामने आई तस्वीरों में भाजपा कार्यालय का बाहरी हिस्सा प्रभावित हुआ है। वहीं अंदर मौजूद कई सामान जलकर खाक हो गए।

गौरतलब है कि भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को हावड़ा जिले के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। जिले में हिंसक विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, इसके जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया।

जिले में 13 जून तक इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। 15 जून तक उलुबेरिया, डोमजूर और पंचला जैसे कई क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।