इस्लामाबाद, 15 अक्टूबर। भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर बुधवार, 16 अक्टूबर से शुरू हो रहे 23वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से पहले मंगलवार की शाम पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंच गए, जहां पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उनका स्वागत किया।
‼️ RARE MEETING: 🇵🇰 Pakistani PM Sharif welcomes 🇮🇳 EAM Jaishankar on sidelines of SCO meeting in Islamabad
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ ने इस्लामाबाद में SCO बैठक से इतर विदेश मंत्री जयशंकर का किया स्वागत https://t.co/0tOcouWniC pic.twitter.com/2dkQLFwihr
— Sputnik India (@Sputnik_India) October 15, 2024
जयशंकर एससीओ समिट में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘भारत एससीओ प्रारूप में सक्रिय रूप से शामिल है, जिसमें एससीओ ढांचे के भीतर विभिन्न तंत्र और पहल शामिल हैं।’
⚡️BREAKING NEWS: 🇮🇳 EAM Jaishankar arrives in 🇵🇰 Islamabad for SCO summit
विदेश मंत्री जयशंकर SCO शिखर सम्मेलन के लिए इस्लामाबाद पहुंचे pic.twitter.com/ShjcubvMqm
— Sputnik India (@Sputnik_India) October 15, 2024
SCO शिखर सम्मेलन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पाक सेना तैनात
इस बीच इस्लामाबाद में 23वें SCO शिखर सम्मेलन के निमित्त कार्यक्रम स्थल, प्रमुख सरकारी भवनों और रेड जोन क्षेत्र की सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी सेना को तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, पूरी राजधानी में रेंजर्स तैनात किए गए हैं। एहतियाती उपाय के रूप में, इस्लामाबाद और रावलपिंडी में सुरक्षा जोखिमों को कम करने के लिए कई व्यवसायों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। प्रमुख मार्ग भी बंद कर दिए गए हैं।
Landed in Islamabad to take part in SCO Council of Heads of Government Meeting. pic.twitter.com/PQ4IFPZtlp
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 15, 2024
900 प्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए 10,000 से अधिक जवान तैनात
उल्लेखनीय है कि सरकार ने इस कार्यक्रम में आने वाले लगभग 900 प्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए 10,000 से अधिक पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात किया है। समाचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिनिधि राजधानी में ‘रेड जोन’ या उसके आसपास के इलाकों में अलग-अलग जगहों पर ठहरेंगे क्योंकि राजधानी में उनके ठहरने के लिए 14 स्थानों की व्यवस्था की गई है।
मेहमानों के लिए परिवहन सुनिश्चित करने के लिए 124 वाहनों का काफिला तैयार किया गया है। इस बेड़े को दो समूहों में विभाजित किया जाएगा। 84 वाहन राष्ट्राध्यक्षों को एस्कॉर्ट करेंगे जबकि 40 वाहन अन्य प्रतिनिधियों की सेवा करेंगे।