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लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले BSE ने रचा इतिहास, 5 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप किया हासिल

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महज 6 महीनों में 1 ट्रिलियन डॉलर की अभूतपूर्व संपत्ति बनाकर, भारतीय शेयर बाजार पहली बार 5 ट्रिलियन डॉलर के क्लब में शामिल हो गया। खास बात यह है कि ये करिश्मा 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले हुआ है।
जी हां, घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद मंगलवार को बीएसई ने इतिहास रचते हुए 5 ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैप हासिल किया। महज 6 महीनों के भीतर बीएसई ने मार्केट कैप के मामले में चार ट्रिलियन डॉलर से पांच ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा छुआ जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है।

शेयर बाजार के इतिहास में यह पहली बार

शेयर बाजार के इतिहास में यह पहली बार है जब बीएसई लिस्टेड सभी कंपनियों के कुल बाजार मूल्यांकन ने इस आंकड़े को पार किया है। बीएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक एक्सचेंज में लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप 21 मई को 5.01 लाख करोड़ डॉलर को पार कर गया।

बीएसई के मार्केट वैल्यूएशन में 633 अरब डॉलर की हुई बढ़ोतरी

बीते करीब पांच महीने में बीएसई के मार्केट वैल्यूएशन में करीब 633 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई। गौरतलब है कि बीएसई ने साल 2023 में पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को छुआ था और अब महज 6 महीनों में यह 5 लाख करोड़ डॉलर को पार कर गया है।
बीएसई में लिस्टेड फर्मों का कैप मई 2007 में 1 लाख करोड़ डॉलर के पार गया था। इसके बाद जुलाई 2017 में 2 लाख करोड़ डॉलर के मार्केट कैप के आंकड़े को पार किया। फिर मई 2021 में मार्केट कैप ने तीन लाख करोड़ डॉलर को पार किया। हालांकि बीएसई और सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई से 1.66 फीसदी नीचे है।

भारतीय शेयर बाजार मार्केट कैप के लिहाज से पांचवें स्थान पर

उम्मीद है कि जल्द ही यह रिकॉर्ड भी टूट जाएगा। फिलहाल पूरी दुनिया में 5 ट्रिलियन डॉलर के साथ भारतीय शेयर बाजार मार्केट कैप के लिहाज से पांचवें स्थान पर है जबकि 55 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप के साथ अमेरिका पहले, 9.4 ट्रिलियन डॉलर के साथ चीन दूसरे, 6.4 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप के साथ जापान तीसरे और 5.4 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप के साथ हॉन्ग कॉन्ग का शेयर बाजार दुनिया में चौथे स्थान पर है।

जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा भारत

उम्मीद है कि जल्द ही भारतीय शेयर बाजार मार्केट कैप के लिहाज से हॉन्ग कॉन्ग और जापान को पीछे छोड़ते हुए तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। अभी संयोग ये है कि भारतीय अर्थव्यवस्था भी कुछ समय में पांच ट्रिलियन डॉलर को पार कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है और ठीक उससे पहले बीएसई के मार्केट कैप का पांच ट्रिलियन डॉलर को पार करना बड़ी खबर है।

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