नई दिल्ली, 19 अगस्त। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने सोमवार को मेरठ-करनाल सेक्शन पर भूनी टोल प्लाजा पर टोल वसूलने वाली एजेंसी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा एक सैन्यकर्मी की पिटाई के बाद लगाया गया है।श्रीनगर में राजपूत बटालियन में तैनात और कांवड़ यात्रा के लिए छुट्टी पर आए 26 वर्षीय सेना के जवान कपिल को भूनी टोल प्लाजा पर टोल कर्मचारियों ने कथित तौर पर एक खंभे से बांधकर पीटाई कर दी थी।
अब एनएचएआई ने टोल वसूलने वाली फर्म, मेसर्स धरम सिंह को टोल प्लाजा की बोलियों में भविष्य में भाग लेने से रोकने और उसे बर्खास्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 17 अगस्त को एनएच-709ए के मेरठ-करनाल खंड पर भूनी टोल प्लाजा पर तैनात टोल कर्मचारियों द्वारा सेना के जवानों के साथ दुर्व्यवहार की घटना पर कड़ी कार्रवाई की गई है, जहाँ एक सेना के जवान और टोल कर्मचारियों के बीच मौखिक कहासुनी मारपीट में बदल गई।
एनएचएआई ने टोल संग्रह एजेंसी मेसर्स धरम सिंह पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। एजेंसी द्वारा स्थिति को संभालने और कर्मचारियों के अनुशासन को सुनिश्चित करने में विफलता के कारण अनुबंध समझौते का गंभीर उल्लंघन किया गया है।
मेरठ के टोल प्लाजा पर हुआ विवाद?
जानकारी के मुताबिक जवान कश्मीर में राष्ट्रीय रायफल्स में तैनात है और छुट्टी खत्म कर ड्यूटी ज्वाइन करने दिल्ली जा रहा था। सेना के जवानों को टोल से छूट मिलती है, इसलिए उसने पहचान पत्र दिखाकर जल्दी निकलने का आग्रह किया। इसी दौरान टोल कर्मचारियों से उसकी बहस हो गई। आरोप है कि टोलकर्मियों ने जवान का आईडी कार्ड छीन लिया और लाठी-डंडों से उसकी पिटाई कर दी। जवान घायल हुआ और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज जारी है।
सेना की सूर्य कमांड ने बयान जारी कर कहा कि “सर्विंग सैनिक के साथ इस तरह की घटना अस्वीकार्य है। दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।” सेना ने मेरठ पुलिस से संपर्क कर FIR दर्ज कराई, जिसमें हत्या की कोशिश, गैरकानूनी जमावड़ा और डकैती की धाराएं शामिल हैं। अब तक छह आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

