मुंबई, 19 अक्टूबर। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का अध्यक्ष पद संभालने के बाद रोजर बिन्नी ने कहा खिलाड़ियों का लगातार चोटिल होना चिंता का विषय है और वादा किया कि वह इसकी तह तक जाएंगे। इसी क्रम में घरेलू क्रिकेट के लिए पिचों में सुधार करना भी बिन्नी के मुख्य एजेंडा में शामिल है।
गुजरे जमाने के पर्व हरफनमौला खिलाड़ी बिन्नी ने सौरभ गांगुली से बीसीसीआई अध्यक्ष पद संभालने के बाद मीडिया कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हम खिलाड़ियों की चोटों को कम करने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, उसमें सुधार करने का प्रयास करेंगे। खिलाड़ियों का लगातार चोटिल होना चिंता का विषय है और हम इस मामले की तह तक जाएंगे और देखेंगे कि चोटों को कैसे कम किया जा सकता है।’
बिन्नी ने कहा, ‘बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में हमारे पास बहुत अच्छे चिकित्सक और ट्रेनर हैं लेकिन हमें इस पर गौर करना होगा कैसे खिलाड़ी कम चोटिल हों और जल्दी चोट से कैसे उबरें।’ भारत ने 2022 में सभी प्रारूपों में कम से कम 40 खिलाड़ी उतारे और इसका मुख्य कारण खिलाड़ियों का चोटिल होना था।
घरेलू पिचों में सुधार शीर्ष एजेंडे में शामिल, और अधिक जीवंत विकेट की जरूरत
भारत की प्रथम विश्व कप विजेता टीम (1983) के अहम सदस्य रहे बिन्नी ने घरेलू क्रिकेट के लिए उपयोग की जाने वाली पिचों में सुधार करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘स्वदेश में अधिक जीवंत विकेट बनाने की जरूरत है ताकि जब हमारी टीमें ऑस्ट्रेलिया जैसे देश का दौरा करें तो उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो।’ गौरतलब है कि मंगलवार को यहां बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक में बिन्नी को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया।