ढाका, 25 फरवरी। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के सलाहकार तौहिद हुसैन ने कहा है कि उनका देश आपसी सम्मान और साझा हितों की बुनियाद पर भारत से बेहतर कामकाजी रिश्ते चाहता है। हुसैन ने दोनों देशों के संबंधों पर भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की हालिया टिप्पणियों पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में ये टिप्पणी की।
जयशंकर ने बांग्लादेश से आपसी रिश्तों को लेकर रुख स्पष्ट करने को कहा था
उल्लेखनीय है कि एस. जयशंकर ने 22 फरवरी को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में बांग्लादेश से ये कहा था कि वह तय करे कि उसे भारत से कैसे रिश्ते चाहिए। जयशंकर ने कहा था कि बांग्लादेश लगातार अपने घरेलू मुद्दों के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराता है। ऐसे में वह कैसे कह सकता है कि वो भारत से अच्छे रिश्ते चाहता है।
तौहिद हुसैन ने पत्रकारों से कहा कि बांग्लादेश भारत के साथ ‘आपसी सम्मान’ और साझा हितों पर आधारित रिश्ते चाहता है। उन्होंने कहा, ‘भारत के साथ संबंधों को लेकर बांग्लादेश का रुख साफ है। बांग्लादेश आपसी सम्मान और साझा हितों पर आधारित अच्छे कामकाजी संबंध चाहता है। हमारे इस रुख में कोई अस्पष्टता नहीं है।’
‘सरकार सुनिश्चित करेगी कि अल्पसंख्यकों के अधिकार छीने न जा सकें‘
तौहिद हुसैन ने यह भी कहा कि बांग्लादेश का अल्पसंख्यकों का मुद्दा भारत की चिंता का विषय नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, ‘इसलिए, मेरा मानना है कि दखल न देने की नीति का पालन किया जाना चाहिए। हम अल्पसंख्यकों के मुद्दे को देख रहे हैं। अल्पसंख्यक भी बांग्लादेश के नागरिक हैं। उनके पास भी मेरे समान ही अधिकार हैं। सरकार ये सुनिश्चित करेगी कि उनके अधिकार छीने न जा सकें।’
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बयानों की भी आलोचना की
हुसैन ने भारत में रह रहीं बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना के बयानों की भी आलोचना की और कहा कि उनकी टिप्पणियां दोनों देशों के संबंधों को लिए नुकसानदेह थीं। उनहोंने कहा, ‘यदि हम संबंधों में सुधार करना चाहते हैं तो एक पूर्व प्रधानमंत्री का भारतीय मेजबानी का आनंद लेते हुए तरह-तरह के बयान देना ठीक नहीं है। ये तनाव को और भड़काएगा ही। उनके बयान आग में घी डालने का काम कर रहे हैं।’
उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष विरोध प्रदर्शन के बाद शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर जब बांग्लादेश छोड़ना पड़ा तो वह सीधे भारत पहुंची थीं। तब से वह भारत में ही हैं और इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच विवाद भी है। बांग्लादेश चाहता है कि शेख हसीना को भारत उन्हें सौंपे और उसने भारत से इसकी मांग भी की है।
शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग उठा चुका है बांग्लादेश
तौहिद हुसैन ने पहले भी कहा है कि बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ केस दर्ज हैं। बांग्लादेश भारत से उन्हें भेजने के लिए कहता रहा है ताकि उनपर कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा था, ‘जब तक भारत सरकार ये नहीं करती है, तब तक उम्मीद करते हैं कि उन पर कुछ पाबंदियां रहेंगी ताकि वो भड़काऊ और झूठे बयान न दें, जो लोगों की भावनाओं को भड़काते हैं। बीते 15 सालों से वह सत्ता में थीं और उनके कामों से लोग नाराज हैं। वो ये देखना चाहते हैं कि शेख हसीना बांग्लादेश में हालात को अस्थिर न करें।’
हुसैन से जब यह पूछा गया था कि बांग्लादेश क्या आधिकारिक तौर पर शेख़ हसीना के प्रत्यर्पण का निवेदन भारत से करेगा? तो उन्होंने कहा था, ‘हमारे बीच प्रत्यर्पण संधि है और हमने कानूनी मामलों का सामना करने के लिए कई अभियुक्तों को भारत को सौंपा है। मुझे लगता है कि भारत कानूनी काररवाई के लिए उन्हें बांग्लादेश को सौंपेगा।’

