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एशियाई चैंपियन सात्विकसाईराज व चिराग को BAI देगी 20 लाख रुपये, पीएम मोदी ने दी बधाई

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नई दिल्ली, 30 अप्रैल। भारतीय बैडमिंटन एसोसिएशन (बाई) ने बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में ऐतिहासिक उपलब्धि अर्जित करने वाले सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी को बतौर पुरस्कार 20 लाख रुपये देने की घोषणा की। बाई के अध्यक्ष और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को यह घोषणा की।

गौरतलब है कि छठी सीड चिराग व सात्विकसाईराज ने दुबई में रविवार की शाम खेले गए रोमांचक फाइनल में आठवें वरीय मलेशिया के तेओ ई यी और ओंग येव सिन को 16-21, 21-17, 21-19 से हराकर प्रतियोगिता के 61 वर्षों के इतिहास में पहली बार भारत को पुरुष युगल वर्ग का स्वर्ण पदक दिलाया। इसके साथ ही भारत का प्रतियोगिता में दूसरा स्वर्ण पदक जीतने का 58 वर्ष लंबा इंतजार खत्म हो गया। इसके पूर्वदिनेश खन्ना ने 1965 में एकल खिताब जीता था।

बाई अध्यक्ष हिमंत सरमा ने भारतीय जोड़ी को बधाई देते हुए एक ट्वीट में कहा, ‘चिराग और सात्विकसाईराज, हमें आप पर अविश्वसनीय रूप से गर्व है। एशिया में सर्वश्रेष्ठ बनना न केवल ऐतिहासिक है बल्कि भारतीय बैडमिंटन के लिए एक बड़ा कदम भी है। पूरे देश के लिए यह एक गर्व का क्षण है और देश में युगल खिलाड़ियों के विकास के लिए एक प्रेरणा है।’

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारतीय युगल जोड़ी को इस उपलब्धि पर बधाई दी। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘ बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय पुरुष युगल जोड़ी बनकर इतिहास रचने के लिए सात्विकसाईराज और चिराग पर गर्व है। उन्हें बधाई और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।’

चिराग बोले – मैं सातवें आसमान पर हूं

पिछले माह बासेल में स्विस इनडोर ओपन के रूप में बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर सुपर सीरीज का पांचवां खिताब जीतने वाले 22 वर्षीय सात्विकसाईराज व उम्र में उनसे तीन वर्ष बड़े चिराग भी अपनी इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर फूले नहीं समा रहे थे। चिराग ने कहा, ‘मैं सातवें आसमान पर हूं। मैंने और सात्विक ने इस पदक के लिए काफी मेहनत की थी। मुझे खुशी है कि हमने खिताब जीता। मैं सभी को धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने हमारी हौसलाअफजाई की।’

भविष्य में और खिताब जीतेंगे – सात्विक

वहीं सात्विक ने कहा, ‘पहली बार यह टूर्नामेंट जीतकर अच्छा लग रहा है। मुझे यकीन है कि भविष्य में और खिताब जीतेंगे। भारत का परचम लहराने के लिए मेहनत करते रहेंगे।’

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