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ओवल टेस्ट : खराब मौसम से फैसला अंतिम दिन खिसका, इंग्लैंड जीत से सिर्फ 35 रन दूर, भारत को चाहिए 4 विकेट

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लंदन, 3 अगस्त। द ओवल ग्राउंड पर रविवार को दिनभर बल्ले और गेंद के बीच रोमांचक उठापटक के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का पांचवां व अंतिम टेस्ट उम्मीदों के अनुरूप चौथे दिन ही फैसला देने को बेताब हो चला था। लेकिन अंतिम घंटे में मौसम ने बेरुखी दिखाई और दोनों खेमों (इंग्लैंड व भारत) की धड़कनें बढ़ाने के साथ टेस्ट एवं सीरीज का फैसला पांचवें व अंतिम दिन पर खिसका दिया।

दरअसल, पहले कम प्रकाश से खेल रोकना पड़ा और कुछ देर बाद ही बारिश आ धमकी। अंततः अम्पायरों ने इंतजार के बाद स्थानीय समयानुसार शाम छह बजे खेल समाप्ति की घोषणा कर दी। खेल रुका तो ओवल ग्राउंड पर रिकॉर्ड 374 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने छह विकेट पर 339 रन बना लिए थे। यानी टेस्ट में जीत के साथ सीरीज 3-1 से अपने नाम करने के लिए इंग्लैंड को अब सिर्फ 35 रनों की दरकार है वहीं सीरीज 2-2 की बराबरी पर छुड़ाने के लिए भारत को चार विकेट गिराने होंगे। जाहिर सी बात है कि यदि मौसम अनुकूल रहा तो सोमवार को पहले ही घंटे में आर-पार हो जाएगा।

 ब्रूक-रूट के शतक, 195 रनों की भागीदारी से इंग्लैंड को जीत के करीब पहुंचाया

फिलहाल यदि चौथे दिन के खेल पर नजर डालें तो यह पूरी तरह दो भागों में बंट गया। पहले हैरी ब्रूक (111 रन, 98 गेंद, 160 मिनट, दो छक्के, 14 चौके) व जो रूट (105 रन, 152 गेंद, 243 मिनट, 12 चौके) ने शानदार शतकीय पारियों के बीच चौथे विकेट पर 195 रनों की धमाकेदार भागीदारी कर दी तो एकबारगी लगा कि इंग्लैंड के लिए जीत अब समय की बात है।

प्रसिद्ध कृष्णा ने अंतिम सत्र में भारतीय उम्मीदें भी जीवंत कर दीं

लेकिन अभी रोमांच बाकी था क्योंकि आकाशदीप ने चाय (4-317) से तनिक पहले 63वें ओवर में 301 के योग पर ब्रूक को लौटाकर खतरनाक भागीदारी तोड़ी और अंतिम सत्र शुरू होते ही प्रसिद्ध कृष्णा (3-109) ने लगातार ओवरों में रूट सहित दो बल्लेबाजों की विदाई कर मुकाबले में अचानक भारतीय खेमे की सांसें लौटा दीं। 76.2 ओवरों में जब खेल रोका गया तो जेमी स्मिथ दो और जेमी ओवर्टन खाता खोले बिना क्रीज पर थे।

स्कोर कार्ड

अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि भारतीय गेंदबाज अंतिम दिन 34 रनों के भीतर अंग्रेज पुछल्लों को समेट पाते हैं अथवा नहीं। देखा जाए तो भारत को तीन विकेट ही चाहिए क्योंकि क्रिस वोक्स कंधे की चोट के चलते बल्लेबाजी के लिए शायद ही उतरें। फिलहाल जो कुछ भी हो, यदि मौसम ने साथ दिया तो सोमवार को पहले घंटे में ही फैसले से पहले दिल की धड़कनों को बढ़ाने वाले रोमांचक संघर्ष का दर्शन अवश्य होगा।

भारत को पहले सत्र में डकेट व पोप के रूप में दो सफलताएं मिलीं

इसके पूर्व इंग्लैंड ने पिछली शाम के स्कोर 1-50 से दूसरी पारी आगे बढ़ाई तो पहले सत्र में भारत को दो सफलता मिल गई।   तीसरे दिन आखिरी ओवर में जैक क्रॉली को आउट करने वाले मो. सिराज (2-95) ने आठ ओवरों के शानदार स्पैल में बेन डकेट (54 रन, 83 गेंद, 112 मिनट, छह चौके) व कार्यकारी कप्तान ओली पोप (27 रन, 34 गेंद, 68 मिनट, पांच चौके) को परेशान किया। हालांकि मेहमानों को दिन की पहली सफलता कृष्णा ने डकेट को आउट कर दिलाई, जो सीरीज में अपना पांचवां अर्धशतक जड़ चुके थे। वहीं ड्रिंक्स के बाद सिराज को भी शानदार गेंदबाजी का फल मिला। उन्होंने मैच में ओली पोप को दूसरी बार पगबाधा कर दिया (3-106)।

हैरी ब्रूक ने सीरीज का दूसरा और करिअर का 10वां शतक जड़ा

लेकिन जो रूट का साथ देने उतरे हैरी ब्रूक ने क्रीज पर आते ही आक्रामक बल्लेबाजी से भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। हालांकि ब्रूक को 19 रनों के निजी स्कोर पर जीवनदान भी मिला, जब कृष्णा की गेंद पर मोहम्मद सिराज ने कैच टपका दिया। दोनों बल्लेबाजों ने लंच (3-164) निकालने के बाद दूसरे सत्र में भारतीय गेंदबाजों पर कसकर प्रहार किए और देखते ही देखते उनकी भागीदारी दोहरे शतक से पांच रनों के फासले पर जा पहुंची। खैर, सीरीज का दूसरा और कुल 10वां शतक जड़ने के बाद ब्रूक को आकाशदीप की गेंद पर सिराज ने पकड़ लिया। शॉट खेलने के साथ ही बल्ला उनके हाथ से छूट गया और वह शॉट पर नियंत्रण नहीं बना सके।

शीर्ष शतकवीरों की सूची में रूट अब चौथे स्थान पर पहुंचे

रूट भी दिन के आखिरी सत्र में सीरीज में लगातार तीसरा शतक पूरा कर टेस्ट इतिहास में सबसे ज्यादा शतक लगाने वालों की सूची में चौथे स्थान पर पहुंच गए। रूट के टेस्ट करिअर का यह 39वां शतक है और शीर्ष तीन स्थानों पर सचिन तेंदुलकर (49), जैक कालिस (45) व रिकी पोंटिंग (41) हैं।

भारत के खिलाफ 13वां शतक जड़ने के बाद रूट ने ग्राहम थोर्प को दी श्रद्धांजलि

आकाशदीप (1-85) की गेंद पर दो रन चुराकर भारत के खिलाफ अपना 13वां शतक पूरा करने के बाद रूट ने हेडबैंड पहन कर पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ग्राहम थोर्प को श्रद्धांजलि देते हुए अंगुली से आकाश की ओर इशारा किया। दरअसल, इस मैच का दूसरा दिन (एक अगस्त) दिवंगत थोर्प को समर्पित था। इंग्लैंड के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले थोर्प का कई वर्षों से अवसाद और चिंता से जूझने के बाद पिछले वर्ष निधन हो गया था।

फिलहाल कृष्णा ने रूट का शतक पूरा होने के तुरंत बाद जैकब बेथल (पांच रन) को बोल्ड किया और फिर रूट को विकेट के पीछे कैच कराने के साथ ही भारतीय खिलाड़ियों में जोश भर दिया। कौन जानता है कि इस जोश में भारतीय पेसर जल्द ही बचे चारों पुछल्लों को लौटा देते। लेकिन खराब मौसम ने दोनों टीमों का इंतजार लंबा करते हुए फैसले के लिए मैच को पांचवें व अंतिम दिन धकेल दिया।

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