Site icon hindi.revoi.in

लखनऊ लुलु माल विवाद पर बोले आजम खान- कोई काम ही नहीं है क्या, ये लुलु, लोलो, टूलू…

Social Share

लखनऊ, 22 जुलाई। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित लुलु माल विवाद पर राजनीतिक बयानबाजी अब भी जारी है। बीते दिनों उद्घाटन के बाद यहां नमाज अदा करने का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद ये पूरा विवाद शुरू हुआ है। अब इस विवाद पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर से विधायक आजम खान का बयान आया है।

गुरुवार को लुलु माल पर आजम खान से जब सवाल हुआ तो उन्होंने कहा, “हमने न लुलु देखा है और न लोलो देखा है। हम आज तक किसी माल में गए ही नहीं हैं। जो लोग जाने हैं, उनसे पुछिए लुलु, लोलो, टूलू, टोलो। क्या यार ये भी कोई बात हुई। लुलु, लुलु… और कोई काम ही नहीं है।”

वहीं इस दौरान जब उनके केस के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, “मुजरीम हाजिर है। ये ऐसा मुजरिम है जो बकरी का डकैत है, मुर्गी का डकैत है, भैंस का डकैत है, किताबों का डकैत है, फर्निचर का डकैत है। ये ऐसा डकैत है, जो चौथी बार मंत्री है, दसवीं बार का एमएलए, दो बार का एमपी और नेता विपक्ष है। उसकी बीबी असिस्टेंट प्रोफेसर, जो एक बार विधानसभा और एक बार राज्यसभा की सदस्य है। मेरा बेटा जो गलगोटिया से एमटेक पास है और दो बार का एमएलए है। लेकिन हम सबने मिनिस्टर रहते हुए शराब की दुकान लूटी और डाका मारा है। इसके अलावा 16,900 रूपए लूट कर ले गए।”

उन्होंने आगे कहा, “देखिए ये हमारे राजनेताओं का स्तर है। उनके विचारों का स्तर देखिए। वो पहले नंबर का माफिया, यूनिवर्सिटी का फाउंडर, बच्चों के चार सीबीएसई स्कूल चलाने वाला फाउंडर है वो देश का माफिया नंबर एक है। जिस गृह मंत्रालय को ये मालूम है कि मैं माफिया नंबर एक हूं, वो देश की सड़कों की रखवाली कैसे करेंगे। कहां हैं इंटेलिजेंस, क्या केवल मुझे फांसी पर चढ़ाने के लिए हैं। देश के साथ इतना बड़ा धोखा और इतना बड़ा फ्राड हो रहा है।” मुझे बकरी डकैत होने के कारण फंसाया गया, क्या ये मामूली कारण है। यूनिवर्सिटी का फाउंडर हूं, मेरे लिए इससे बड़ा गुनाह और क्या हो सकता है।

Exit mobile version