लखनऊ, 13 अप्रैल। समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान को एक और मामले में बड़ी राहत मिली है। साल 2014 में उत्तर प्रदेश के रामपुर में हुए कार्यक्रम में आतंकवादी संगठनों से फंडिंग की बात कहने पर दायर किए गए मामले में उन्हें कोर्ट से राहत मिली है। जज स्मिता गोस्वामी ने मामले को सही तथ्यों के अनुरूप न पाते हुए खारिज कर दिया। बता दें मुलायम सिंह के जन्मदिन की पार्टी के आयोजन के लिए आतंकवादी संगठनों से पैसा आने की बात वाले बयान पर शिव सेना नेता विपिन भटनागर ने मुरादाबाद की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट में परिवाद दायर किया था।
सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी को जल्द ही एक और बड़ा झटका लग सकता है क्योंकि पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान पार्टी छोड़ सकते हैं और संभवत: अपनी पार्टी बना सकते हैं। आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत खान शानू ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी सही कहा था कि अखिलेश नहीं चाहते कि आजम खान जेल से बाहर आएं। सूत्रों के अनुसार, आजम खान इस बात से नाराज हैं कि सिवाय एक बार के अखिलेश उनसे सीतापुर जेल में मिलने नहीं गए, जहां वह फरवरी 2020 से बंद हैं।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (पीएसपी-एल) के प्रमुख शिवपाल यादव की अखिलेश के साथ अनबन और सत्तारूढ़ भाजपा में उनके संभावित बदलाव ने आजम खान के भी सपा छोड़ने की खबरों को मजबूत किया है। आजम खान ने 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ा और सीतापुर जेल में सलाखों के पीछे से 10वीं बार रामपुर सीट जीती है।