नई दिल्ली, 21 सितम्बर। आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी मार्लेना की शनिवार की शाम ताजपोशी हो गई। राजभवन में आयोजित समारोह में उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आतिशी को दिल्ली के 8वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही आतिशी देश की 17वीं और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गईं। आतिशी के पहले कांग्रेस की शीला दीक्षित और भारतीय जनता पार्टी की सुषमा स्वराज दिल्ली का सीएम पद संभाल चुकी हैं।
देश की सबसे युवा मुख्यमंत्री
दिलचस्प तो यह है कि 43 वर्षीया आतिशी भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं। शपथ समारोह के दौरान आतिशी के माता-पिता तृप्ता वाही और विजय सिंह भी राजनिवास में मौजूद थे। आतिशी ने पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की जगह ली है, जिन्होंने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुडे मनी लॉन्ड्रिंग केस में लगभग छह माह बाद सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद इसी हफ्ते गत 17 सितम्बर को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।
माननीय आतिशी जी ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ🔥
अब @AtishiAAP जी दिल्ली में केजरीवाल जी की काम की राजनीति को बढ़ाएंगी आगे💯 pic.twitter.com/IfN57i0nos
— AAP (@AamAadmiParty) September 21, 2024
आतिशी के साथ 5 मंत्रियों ने भी ली शपथ, मुकेश अहलावत नया चेहरा
उप राज्यपाल ने पार्टी के नेताओं – सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इनमें सुल्तानपुर माजरा से पहली बार के विधायक मुकेश अहलावत, आतिशी मंत्रिमंडल में नया चेहरा हैं जबकि गोपाल राय, गहलोत, भारद्वाज और हुसैन निवर्तमान केजरीवाल सरकार में भी मंत्री रहे।
उप राज्यपाल कार्यालय के अधिकारियों ने शुक्रवार शाम को बताया था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आतिशी को शपथ ग्रहण की तिथि से दिल्ली का मुख्यमंत्री नियुक्त किया और अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ने पांच मंत्रियों की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी है।
शपथ ग्रहण समारोह सादगी से हुआ
AAP के एक नेता के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह सादगी से हुआ क्योंकि केजरीवाल के इस्तीफे के कारण पार्टी में माहौल ज्यादा अच्छा नहीं है और मंजूरियां मिलने में देरी के कारण तैयारियों के लिए बहुत कम समय मिला। फिलहाल शपथ ग्रहण समारोह में केजरीवाल और पूर्व उप मुख्यमंत्री और पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया भी उपस्थित थे।