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हांगझू एशियाई खेल : एथलीटों ने दिलाए 3 रजत सहित 4 पदक, भारत पदक तालिका में चौथे स्थान पर कायम

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हांगझू, 2 अक्टूबर। एशियाई खेलों की एथलेटिक्स स्पर्धाओं में सोमवार को पारुल चौधरी, एंसी सोजन और 4×400 मीटर मिश्रित रिले टीम ने भारत के लिए रजत पदक जीते जबकि प्रीति लांबा ने कांस्य पदक हासिल किया। इन चार पदकों के साथ हांगझू खेलों के ट्रैक एंड फील्ड मुकाबलों में भारत के कुल पदकों की संख्या 16 हो गई है, जिनमें दो स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक शामिल हैं।

भारत ने नौवें दिन 3 रजत सहित 7 पदक जीते

वहीं पदक स्पर्धाओं के नौवें दिन भारतीय खिलाड़ियों ने तीन रजत व चार कांस्य सहित कुल सात पदक जीते। एथलेटिक्स के चार पदकों के अलावा रोलर स्केटिंग में पुरुष व महिला टीमों ने तीन हजार मीटर स्पीट स्केटिंग रिले में कांस्य जीते जबकि महिला युगल टेबल टेनिस में सुतीर्था मुखर्जी व अहिका मुखर्जी की जोड़ी के जरिए भारत पहली बार कांस्य पदक जीतने में सफल रहा।

पदक तालिका में देशों की ताजा स्थिति

भारत के खाते में अब 60 पदक (13+24+23) हैं और वह पदक तालिका में चौथे स्थान बरकरार है। मेजबान चीन (147+81+42=270), जापान (33+44+45=122) व कोरिया (31+39+63=133) क्रमशः पहले तीन स्थानों पर हैं जबकि चीनी ताइपे (12+10+17=39) उज्बेकिस्तान को पीछे छोड़ पांचवें नंबर पर पहुंच गया है।

तीन हजार मी. स्टीपलचेज में पारुल ने जीता रजत, प्रीति को कांस्य

एथलेटिक्स मुकाबलों की बात करें तो महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में मौजूदा एशियाई चैम्पियन पारुल चौधरी ने जहां रजत पदक जीता वहीं प्रीति लांबा उनके पीछे रहकर कांस्य लेने में सफल रहीं। भारतीय धाविकाओं से आगे मौजूदा विश्व चैम्पियन बहरीन की विनफ्रेड यावी ने 9:18.28 के नए एशियाई खेलों के रिकॉर्ड के साथ अपना खिताब बरकरार रखा।

पारुल ने 9:27.63 के समय के साथ एशियाड में अपना पहला रजत पदक जीता। 28 वर्षीया भारतीय एथलीट के लिए 2023 सीजन शानदार रहा है। अगस्त में विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में उन्होंने 9:15.31 का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था और 11वें स्थान पर रही थीं। प्रीति ने 9:43.32 के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय के साथ कांस्य पदक जीता। वह जुलाई में एशियाई चैम्पियनशिप में 0.02 सेकेंड से कांस्य पदक जीतने से चूक गई थीं।

एंसी सोजन ने लंबी कूद में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ छलांग से जीता रजत

उधर महिलाओं की लंबी कूद में एंसी सोजन ने अंतिम प्रयास में अपनी सर्वश्रेष्ठ छलांग लगाई और 6.63 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ रजत पदक जीता। एंसी सोजन ने अपने अंतिम प्रयास में पूरी कोशिश की और फॉल्ट लाइन से केवल दो सेंटीमीटर दूर थी।

इस स्पर्धा में उतरीं भारत की दूसरी एथलीट एशियाई चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाली शैली सिंह सिर्फ दो सेंटीमीटर से पोडियम में जगह बनाने से चूक गईं। वह 6.48 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के बावजूद पांचवें स्थान पर रहीं। दो बार की U20 एशियाई चैंपियन चीन की 19 वर्षीय शिकी जिओंग ने 6.73 मीटर की छलांग के साथ स्वर्ण पदक जीता। हांगकांग चीन की नगा यान यू (6.50 मीटर) तीसरे स्थान पर रहीं।

4×400 मीटर मिश्रित रिले टीम को राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ रजत पदक

दिन की आठवीं व अंतिम पदक स्पर्धा में राजेश रमेश, विथ्या रामराज, मुहम्मद अजमल और सुभा वेंकटेशन की 4×400 मीटर मिश्रित रिले टीम ने 3:14.34 के समय के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाकर रजत पदक जीता। पिछला राष्ट्रीय रिकॉर्ड 3:14.70 का था, जो 2023 एशियाई चैम्पियनशिप की स्वर्ण पदक जीत में आया था।

श्रीलंकाई टीम को अयोग्य ठहराए जाने के बाद भारत का पदक अपग्रेड किया गया

दिलचस्प यह रहा कि भारतीय चौकड़ी ने शुरू में रेस को तीसरे स्थान पर समाप्त किया था, लेकिन दूसरे स्थान पर रही श्रीलंकाई टीम को अपनी लेन इंफ्रिंजमेंट (अपनी लेन से हटने) के कारण डिस्क्वालीफाई कर दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप टीम इंडिया का पदक अपग्रेड हो गया। बहरीन की टीम 3:14.02 का समय लेकर अव्वल रही तो कजाखस्तान की टीम ने सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ समय (3:24.85) निकालने के बाद कांस्य जीता।

डेकाथलॉन में आधे सफर के बाद तेजस्विन शंकर टॉप पर

वहीं 10 स्पर्धाओं वाले खेल डेकाथलॉन में पांच स्पर्धाओं के बाद भारत के तेजस्विन श्रीशंकर पहले स्थान पर बने हुए हैं और मंगलवार को उनकी पदक जीतने की प्रबल संभावनाएं हैं। लेकिन दो अन्य स्पर्धाओं में भारतीय एथलीट पोडियम पर जगह नहीं बना सके। अमलान बोरगोहेन ने पुरुषों की 200 मीटर फाइनल में 20.98 सेकेंड के समय के साथ छठा स्थान हासिल किया जबकि पवित्रा वेंगटेश ने महिलाओं के पोल वॉल्ट में चार मीटर का मार्क पार कर छठे स्थान पर रहीं।

विथ्या ने 400 मीटर बाधा दौड़ में पीटी उषा के 39 वर्ष पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की

इस बीच मिश्रित रिले टीम के साथ रजत पदक जीतने से पहले विथ्या रामराज ने पीटी उषा के 39 वर्ष पुराने राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करके महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ में ओवरऑल हीट में शीर्ष स्थान हासिल किया।

पीटी उषा ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड लॉस एंजलिस 1984 ओलम्पिक में बनाया था। वहां वह चौथे स्थान पर रही थीं, लेकिन उनका यह प्रयास एथलेटिक्स में भारत का दूसरा सबसे लंबे वक्त तक कायम रहने वाला राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। 1978 में मैराथन में शिवनाथ सिंह का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भारत का सबसे पुराना रिकॉर्ड है।

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