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असम युवा कांग्रेस अध्यक्ष अंगकिता दत्ता पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित

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नई दिल्ली, 22 अप्रैल। कांग्रेस ने असम प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अंगकिता दत्ता को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण छह वर्षों के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।

कांग्रेस अनुशासनात्मक समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी विरोधी गतिविधियों को देखते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित किया है।

असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेंद्र कुमार बोरा ने डॉ. दत्ता के पार्टी विरोधी बयानों को देखते हुए उन्हें 20 अप्रैल को ‘कारण बताओ’ नोटिस देते हुए 24 घंटे में इसका जवाब मांगा था। पार्टी में सभी तथ्यों को देखते हुए उन्हें छह वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।

अंकिता ने युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी के खिलाफ लगाए थे उत्पीड़न के आरोप

हालांकि अंकिता को लेकर ऐसी काररवाई की आशंका हालांकि पहले से ही जताई जा रही थी। दरअसल, उन्होंने हाल में एक के बाद एक कई ट्वीट कर भारतीय युवा कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास बीवी के खिलाफ उत्पीड़न और लैंगिक आधार पर भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए थे।

अंकिता की ओर से आरोप लगाए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से यह कहते हुए कारण बताओ नोटिस जारी की गई थी कि उन्होंने पहले पार्टी नेतृत्व को सूचित किये बगैर ही आरोपो को क्यों सार्वजनिक तौर पर रखा। हालांकि दत्ता ने अपने ट्वीट में कहा था कि उन्होंने इस बारे में राहुल गांधी को बताया था, लेकिन उनके आरोपों पर किसी भी जांच का आदेश नहीं दिया गया।

दत्ता ने मंगलवार को अपने विभिन्न ट्वीट में आरोप लगाया था कि श्रीनिवास उनका पिछले छह महीनों से मानसिक उत्पीड़न और लैंगिक आधार पर उनसे भेदभाव कर रहे हैं। दत्ता ने इसके बाद बुधवार को यहां दिसपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि श्रीनिवास पिछले छह महीने से लैंगिक टिप्पणियां एवं अपशब्दों का प्रयोग कर उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं और वरिष्ठ पार्टी नेताओं से शिकायत करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दे रहे हैं।

आरोपों के बाद श्रीनिवास ने भेजी है कानूनी नोटिस

दत्ता ने शिकायत में आरोप लगाया कि फरवरी में रायपुर में आयोजित पार्टी के पूर्ण सत्र के दौरान, आरोपित ने उनके साथ बदतमीजी की और उनका राजनीतिक करिअर बर्बाद करने की धमकी दी।

दूसरी ओर दत्ता द्वारा ट्वीट किए जाने के कुछ घंटों बाद, श्रीनिवास ने उन्हें एक कानूनी नोटिस भेजते हुए मांग की कि वह अपने बयानों को लेकर माफी मांगें, अन्यथा वह उनके विरूद्ध कानूनी काररवाई करेंगे। वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग ने दत्ता के आरोपों का स्वत: संज्ञान लिया है और असम पुलिस को जरूरी काररवाई के लिए पत्र लिखा है।

 

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