गुवाहाटी, 23 अप्रैल। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने वतन पर मिटने वाले सैनिकों और पूर्व सैनिकों के लिए बड़ी घोषणाएं की हैं। शनिवार को यहां आयोजित 1971 युद्ध के दिग्गजों के सम्मान समारोह में उन्होंने कहा कि देश के लिए जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों को अब 20 लाख की जगह 50 लाख रुपये दिए जाएंगे और उनके परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने पूर्व सैनिकों के परिवारों के लिए भी की घोषणाएं
पूर्व सैनिकों को लेकर भी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री हिमंत सरमा ने कहा, ‘मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमारी सरकार ने पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए कई फैसले लिए हैं। मेडिकल कॉलेजों में उनके बच्चों के लिए आरक्षण बढ़ा दिया गया है। ग्रुप सी और ग्रुप डी में दो प्रतिशत आरक्षण का दिया जाएगा।’
Our government has made efforts to recognise and compensate the sacrifices made by our soldiers by way of offering ₹50 lakh as ex gratia, jobs for next of kin, 2% job reservation in Govt jobs, and reservation of seats for their wards in medical studies. pic.twitter.com/U8DqV83Oa0
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 23, 2022
असम सरकार ने यह समारोह वर्ष 1971 के युद्ध में सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों के सम्मान में आयोजित किया। इन शहीदों ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में हिस्सा लिया था। इस समारोह में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, असम के राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी, बांग्लादेश के लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ट) काजी सज्जाद अली जहीर के अलावा राज्य कैबिनेट के कई मंत्री और शीर्ष अधिकारी भी उपस्थित थे।
Along with Hon Governor Prof @jagdishmukhi ji, Hon Union Defence Minister, Shri @rajnathsingh ji and Lt Col (Retd) Quazi Sazzad Ali Zahir of Bangladesh, I offered my tribute to the heroes of 1971 Indo-Pak War from Assam who played an exemplary role in the war.
Jai Hind 🇮🇳 pic.twitter.com/MXoIdTbH8O
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 23, 2022
गौरतलब है कि यह युद्ध पाकिस्तान और भारत के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे। पूर्वी पाकिस्तान आज बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है। इस युद्ध में भारत के वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी।