गुवाहाटी, 29 अप्रैल। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि असम पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जुड़े फर्जी वीडियो मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान रीतम सिंह के रूप में हुई है। रीतम सिंह असम कांग्रेस वॉर रूम के कोऑर्डिनेटर बताए जा रहे हैं।
हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘असम पुलिस ने गृह मंत्री अमित शाह से जुड़े फर्जी वीडियो के मामले में रीतम सिंह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।’
Assam police have arrested an individual named Sri Reetom Singh in connection with the fake video involving Honorable Home Minister Sri @AmitShah
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) April 29, 2024
गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसमें दावा किया गया था कि यदि भाजपा सत्ता में आई तो एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण खत्म कर देगी। हालांकि, मूल फुटेज में केंद्रीय गृह मंत्री ने दावा किया कि भाजपा मुस्लिम समुदाय को दिया गया आरक्षण खत्म कर देगी। उन्होंने मुस्लिमों को दिए गए आरक्षण को भी ‘असंवैधानिक’ बताया।
तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी को दिल्ली पुलिस ने भेजी नोटिस
भाजपा के सोशल मीडिया प्रमुख अमित मालवीय ने भी दो दिन पहले मूल और नकली वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था। उन्होंने तेलंगाना कांग्रेस को ऐसे नकली वीडियो फैलाने से परहेज करने की चेतावनी भी दी थी। सोमवार को ही इस मामले में दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सहित राज्य कांग्रेस इकाई के पांच लोगों को नोटिस भेजी है और उन सभी को एक मई को जांच में शामिल होने के लिए कहा है।
सत्तारूढ़ भाजपा के मुखर विरोधी हैं रीतम सिंह
जहां तक रीतम सिंह का सवाल है तो उनके एक्स बायो से पता चलता है कि वह असम कांग्रेस के वॉर रूम कोऑर्डिनेटर हैं। उन्हें असम पुलिस ने सोशल मीडिया पर संपादित वीडियो और अपमानजनक सामग्री पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
रीतम सिंह के एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर लिखा है कि वह एक रॉकेट वैज्ञानिक, वकील, सोशल इंजीनियर और असम में कांग्रेस पार्टी के वॉर रूम समन्वयक हैं। सत्तारूढ़ भाजपा के मुखर विरोधी होने के नाते, रीतम सिंह ने हाल ही में लोगों से सोशल मीडिया पर मोदी, भाजपा सरकार, हिमंत, भाजपा के किसी भी मंत्री/विधायक/सांसद की खुलेआम आलोचना/आलोचना करने का आग्रह किया था। हालांकि, रीतम ने उन्हें ‘जीवन को खतरे में डालने वाले’ संदेश ऑनलाइन पोस्ट न करने की चेतावनी भी दी थी।
रीतम सिंह ने भाजपा विरोधी राय व्यक्त करने वालों को आश्वासन दिया है, ‘असम और भारतभर में प्रतिष्ठित वरिष्ठ वकीलों और कानूनी पेशेवरों की टीम यह सुनिश्चित करेगी कि आपको कभी गिरफ्तार न किया जाए। आपका केस मुफ्त में करूंगा।’