जयपुर, 14 अप्रैल। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ कांग्रेस की लड़ाई को ‘विचारधारा की लड़ाई’ करार देते हुए शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा संविधान की मूल भावना के अनुसार नहीं चल रही है और देश में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
गहलोत ने बाबा साहेब की जयंती पर यहां आम्बेडकर सर्किल पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘देश में संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं, लोकतंत्र खतरे में पड़ गया है। आज सबसे बड़ी आवश्यकता है अहिंसा का रास्ता अख्तियार करने की। हमारे समक्ष सबसे बड़ी चुनौती इस बात की भी है कि संविधान की रक्षा कैसे की जाये और लोकतंत्र मजबूत कैसे रहे।’
गहलोत ने कहा, ‘भाजपा के साथ हमारी लड़ाई विचारधारा की (लड़ाई) है। भाजपा संविधान की मूल भावना के अनुसार चल नहीं रही, इसलिए आज लोकतंत्र के खतरे की बात होती है। देश एक रहे, अखंड रहे, इसके लिए इंदिरा गांधी जी ने जान दे दी, राजीव गांधी शहीद हो गए। ऐसे में इस मुल्क में हम सबका संकल्प होना चाहिए कि हम बाबा साहेब आम्बेडकर के सपने और भावना के अनुकूल चलें।’
संविधान की मूल भावना व इसमें वर्णित कर्तव्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर इन्हीं भावनाओं और कर्तव्यों के अनुरूप सभी लोग एवं राजनीतिक दल चलें तो देश की आधी अंदरूनी समस्याओं का समाधान हो जाएगा। गहलोत ने छुआछूत को मानवता पर कलंक बताते हुए कहा, ‘इक्कीसवीं सदी में भी, छुआछूत की भावना यदि जीवित है तो यह मानवता पर कलंक है।’
गहलोत ने जवाहर कला केन्द्र में डॉ. आम्बेडकर के जीवन पर आधारित कला प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली, जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर, विधायक प्रशांत बैरवा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।