हैदराबाद, 3 फरवरी। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) अध्यक्ष और लगातार चार बार से हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि देश के 17 करोड़ मुसलमान उनपर भरोसा नहीं करते। ओवैसी ने इस बाबत करीब 4 मिनट का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया।
असदुद्दीन ओवैसी वीडियो के कैप्शन में लिखा – ‘आज भारत के 17 करोड़ मुसलमान भारत के प्रधानमंत्री पर भरोसा नहीं करते।’ ओवैसी ने इस ट्वीट में पीएम मोदी को भी टैग किया। इस वीडियो को एक लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं और करीब एक हजार कमेंट्स आए हैं।
आज भारत के 17 करोड़ मुसलमान भारत के प्रधान मंत्री @narendramodi पर भरोसा नहीं करते.pic.twitter.com/ReCfxPQU9g
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 2, 2024
इसी एक कमेंट में एक वीडियो शेयर करते हुए निशांत ने दिखाया कि मुसलमान पीएम मोदी पर भरोसा करते हैं। दरअसल, एक्स यूजर निशांत ने अयोध्या स्थित राम मंदिर का एक पुराना वीडियो पोस्ट किया, जिसमें मस्लिम समुदाय के लोग राम लला का दर्शन करने के लिए पहुंचे थे।
बजट सत्र में भी लगाया आरोप – मोदी पीएम नहीं बल्कि, पुजारी सम्राट बन गए हैं
वहीं बजट सत्र के दौरान भी 54 वर्षीय एआईएमआईएम नेता ओवैसी ने आरोप लगाया कि मुसलमानों के साथ भेदभाव हो रहा है। साथ ही उनके टारगेट पर पीएम मोदी रहे। उन्होंने कहा कि मोदी पीएम नहीं बल्कि, पुजारी सम्राट बन गए हैं। ओवैसी ने ज्ञानवापी के मुद्दे पर कहा, ‘वहां 31 साल के बाद पूजा शुरू हुई। आप हमारी मस्जिद छीनना चाहते हैं, मैं आपको बता दूं कि वो मेरी मस्जिद है। आप देश के मुसलमानों को इससे क्या संदेश देना चाहते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘भारत में मुसलमानों के लिए दो ही सेंट्रल विश्वविद्यालय है, आप उनको भी हमसे छीनना चाहते हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय पर सुप्रीम कोर्ट में हो रही सुनवाई को लेकर ओवैसी ने कहा कि क्या वहां पर सिर्फ मुस्लिम ही पढ़ते हैं, वहां पर हिन्दू नहीं पढ़ते हैं क्या?’
अयोध्या में 1986 में रखी गई 22 जनवरी की बुनियाद
ओवैसी ने अयोध्या राम मंदिर में हुई 22 जनवरी की प्राण प्रतिष्ठा के बारे में कहा कि इसकी बुनियाद वर्ष 1986 में रखी गई। इसके बाद 6 दिसम्बर, 1992 को जो हुआ, उसे पूरी दुनिया ने देखा है।