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असदुद्दीन ओवैसी का केंद्र पर तंज – ‘अगर हिंडनबर्ग भारत में होता तो उसे UAPA का सामना करना पड़ता’

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नई दिल्ली, 8 फरवरी। संसद के बजट सत्र के दौरान विपक्षी दल हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर केंद्र पर लगातार निशाना साध रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को लोकसभा में ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी केंद्र सरकार पर तंज कसा है।

अडानी-हिंडनबर्ग विवाद को लेकर पिछले कुछ दिनों से संसद में जारी गतिरोध के बीच ओवैसी ने कहा, ‘अगर हिंडनबर्ग भारत में होता तो उसे अडानी समूह के बारे में एक रिपोर्ट जारी करने के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) का सामना करना पड़ता।’ उन्होंने गौतम अडानी के साथ संबंधों को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा, ‘ये आपके लिए बहुत दुर्भाग्यशाली है। पूरा बाजार 5वें पायदान पर आ गया है।’

भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, ‘कांग्रेस और भाजपा ने भारत में कुलीनतंत्र को जन्म दिया है। जो लोग देश से बेहिसाब दौलत लेकर भागे हैं। क्या उस लिस्ट में मुगलों के नाम भी शामिल हैं? लेकिन आप कुछ भी नहीं कहेंगे।’

हैदराबाद के सांसद ने कहा, ‘क्या मोदी सरकार तिरंगे से हरा रंग हटा देगी? सरकार को हरे रंग से इतनी दिक्कत क्यों है?’ उन्होंने पूछा, ‘क्या पीएम मोदी चीनी घुसपैठ के बारे में बोलेंगे? क्या बिलकिस बानो को न्याय मिलेगा?’

असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय बजट 2023 में अल्पसंख्यक योजनाओं के लिए धन में कटौती के लिए भी भाजपा सरकार की खिंचाई की। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के बजट आवंटन में 38 प्रतिशत की कमी की गई है।

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