हैदराबाद, 5 अगस्त। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद के चल रहे एएसआई सर्वेक्षण पर चिंता जताई है। उन्होंने साथ ही छह दिसम्बर (बाबरी विध्वंस) जैसी घटना दोहराए जाने की आशंका जाहिर की है।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज होने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायलय के आदेशानुसार ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम ने शुक्रवार से सर्वे शुरू किया है। अदालत ने उसे एएसआई को सर्वे के लिए चार सप्ताह का समय दिया है।
‘उम्मीद है, यह हजारों बाबरियों के लिए ध्वस्तीकरण का द्वार नहीं खोलेगा‘
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने ज्ञानवापी सर्वे पर कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि यह हजारों बाबरियों के लिए ध्वस्तीकरण का द्वार नहीं खोलेगा।’ उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक अयोध्या फैसले में पूजा स्थल अधिनियम के संबंध में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का अनादर नहीं किया जाना चाहिए।
ओवैसी ने इस बात पर चिंता जताई कि ASI के सर्वे के बाद क्या होगा। दरअसल परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण कर कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी जाएगी। ओवैसी को इस बात की आशंका है कि सर्वे रिपोर्ट आने के बाद हिन्दू पक्ष इसे मंदिर बताते हुए एक बार फिर से न्यायालय जाएगा और अयोध्या वाली प्रक्रिया एक बार फिर से दोहराई जाएगी।
‘जब एएसआई रिपोर्ट आएगी, तो बीजेपी-आरएसएस एक कहानी स्थापित करेगी‘
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कहा, ‘हमें आशंका है कि जब एएसआई रिपोर्ट आएगी, तो बीजेपी-आरएसएस एक कहानी स्थापित करेगी। मुझे उम्मीद है कि ऐसा नहीं होगा, लेकिन मैं 23 दिसम्बर या छह दिसम्बर जैसी घटना को लेकर आशंकित हूं। हम नहीं चाहते कि बाबरी मस्जिद जैसे मुद्दे खुलें।’