नई दिल्ली, 22 सितम्बर। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल रविवार को अपराह्न जनता की अदालत में शामिल होने के लिए जंतर-मंतर पहुंचे। इस दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सहित पार्टी के अन्य नेता भी मंच पर उपस्थित थे।
‘हमने 2013 में साबित कर दिया कि ईमानदारी से चुनाव लड़े जा सकते हैं‘
जनता की अदालत को संबोधित करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आपके बीच आकर अच्छा लग रहा है। आज यहां जंतर-मंतर पर पुराने दिन याद आ गए। मुझे आज भी तारीख याद है… 4 अप्रैल, 2011 का दिन था, जब आजाद भारत का भ्रष्टाचार विरोधी अन्ना आंदोलन यहां से शुरू हुआ था। उस वक्त की सरकार हमें चैलेंज करती थी कि चुनाव लड़कर दिखाओ और जीतकर दिखाओ, चुनाव लड़ने के लिए पैसा, गुंडे, आदमी चाहिए थे और हमारे पास यह सब नहीं था। हमारे पास न पैसा था न आदमी थे न गुंडे थे, हम चुनाव कैसे लड़ते, फिर हम चुनाव लड़ लिए और जनता ने हमें जिता दिया… देश में हमने 2013 में साबित कर दिया कि ईमानदारी से चुनाव लड़े भी जा सकते हैं और ईमानदारी से चुनाव जीते भी जा सकते हैं।’
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— AAP (@AamAadmiParty) September 22, 2024
‘मुझे सत्ता का लालच, सीएम की कुर्सी की भूख नहीं‘
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार करने नहीं आया था, मुझे सत्ता का लालच, सीएम की कुर्सी की भूख नहीं है, मैं पैसे कमाने नहीं आया, पैसे कमाने होते तो मैं इनकम टैक्स की नौकरी करता था, उसमें करोड़ो रुपये कमा लेता बल्कि हम तो देश के लिए आए थे।’
केजरीवाल ने कहा, ‘मोदी जी ने हमारे ऊपर देश का सबसे कठोर कानून लगाया – PMLA कानून, इसमें बेल भी नहीं मिलती। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने हम सभी को बेल दे दी… मैं इस दाग के साथ नहीं जी सकता। काम करना तो दूर की बात, मैं इस दाग के साथ जी भी नहीं सकता।’
‘मैंने अपनी जिंदगी में केवल इज्जत कमाई है‘
उन्होंने कहा, ‘मैंने अपनी जिंदगी में केवल इज्जत कमाई है… आज जब मैंने इस्तीफा दिया है, कुछ दिन में मैं मुख्यमंत्री आवास खाली कर दूंगा, आज दिल्ली में मेरे पास रहने के लिए घर भी नहीं है… मैंने दस साल में केवल आपका आशीर्वाद कमाया है…”