वॉशिंगटन, 9 अक्टूबर। भारतवंशी अरुणा मिलर मंगलवार को अमेरिका की राजधानी से सटे मैरीलैंड में लेफ्टिनेंट गवर्नर का पद संभालने वालीं पहली भारतीय-अमेरिकी राजनेता बन गईं हैं। अमेरिका के लाखों मतदाताओं ने मंगलवार को गनर्वर, सेक्रेटरी ऑफ स्टेट और अन्य कार्यालयों के प्रमुख को चुनने के लिए मतदान किया था।
मैरीलैंड हाउस की पूर्व डेलिगेट 58 वर्षीया मिलर ने डेमोक्रेटिक पार्टी के टिकट पर लेफ्टिनेंट गवर्नर के पद के लिए चुनाव लड़ा था। उनके साथ गवर्नर पद के लिए वेस मूर निर्वाचित हुए हैं। मंगलवार शाम को मतदान खत्म होने के तुरंत बाद, मूर और मिलर को उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले निर्वाचित घोषित कर दिया गया।
अमेरिका में लेफ्टिनेंट गवर्नर, गवर्नर के बाद राज्य का सर्वोच्च अधिकारी माना जाता है। जब गवर्नर राज्य से बाहर होता है या सेवाओं में अक्षम होता है तो उनके स्थान पर यह भूमिका लेफ्टिनेंट गवर्नर संभालता है। यदि गवर्नर की मृत्यु हो जाती है, वह पद से इस्तीफा दे देता है या उसे किसी कारणवश पद से हटा दिया जाता है तो लेफ्टिनेंट गवर्नर, गवर्नर भी बन सकता है।
राष्ट्रपति जो बाइडन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने किया था प्रचार
राष्ट्रपति जो बाइडन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस दोनों ने मूर और मिलर के पक्ष में प्रचार किया था। मिलर ने जीत के बाद अपने भाषण में कहा, ‘मैरीलैंड, आज रात आपने राष्ट्र को दिखाया कि लोकतांत्रिक मतदान होने पर एक छोटा लेकिन शक्तिशाली राज्य क्या कर सकता है। आपने विभाजन पर एकता को चुना, अधिकारों को सीमित करने पर अधिकारों के विस्तार का रास्ता चुना। आपने वेस मूर और मुझे अपना अगला गवर्नर और लेफ्टिनेंट गवर्नर चुना है।’