नई दिल्ली, 6 अक्टूबर,( पीटीआई ) – शारदीय नवरात्रि अब केवल नौ दिन दूर है और देश भर के कारीगर मां दुर्गा की मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।राजस्थान के धौलपुर में कारीगर बड़ी मेहनत और लगन से देवी मां की मूर्तियां बना रहे हैं।एक दशक से अधिक समय से देवी-देवताओं की मूर्तियां बना रहे इन कारीगरों का कहना है कि महंगाई ने उनके व्यवसाय पर बुरा असर डाला है।
कारीगरों का कहना है कि”हम गणेश जी भी बनाते हैं। माता भी बनाते हैं। और मटके भी बनाते हैं। रोजी-रोटी हमारी यही है। महंगाई की वजह से हम कम माल बना रहे हैं। 10 साल से हम माल बनाते हैं। इस साल महंगाई की वजह से बहुत कम बिक्री हुई है। ये हमने थोड़ा सा माता का काम किया है। और थोड़ा सा बेचने के लिए। महंगाई की वजह से कुछ नहीं बिक रहा है।
उन्होंने कहा कि “महंगाई की वजह से कम ग्राहक हैं। महंगाई की वजह से प्लास्टर भी महंगा है। हर चीज महंगी है। कलर भी महंगा है।
हां। कम बिकती है। इसलिए कम माल भी बनाया। इन कारीगरों की रोजी-रोटी पूरे साल अलग-अलग टेराकोटा उत्पाद बनाने पर निर्भर करती है।
हां। कम बिकती है। इसलिए कम माल भी बनाया। इन कारीगरों की रोजी-रोटी पूरे साल अलग-अलग टेराकोटा उत्पाद बनाने पर निर्भर करती है।
कलाकारों का एक वर्ग गणेश उत्सव, नवरात्रि और दिवाली जैसे त्योहारों का इन्हें बेसब्री से इंतजार रहता है, क्योंकि वो देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाकर कुछ एक्स्ट्रा कमाई कर लेते हैं। इन्हें उम्मीद है कि जैसे-जैसे नवरात्रि नजदीक आएगी, बाजार में तेजी आएगी, जिससे उन्हें कुछ बिक्री करने और कमाई करने का मौका मिलेगा।