जम्मू, 18 सितम्बर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तहत आज पहले चरण में सात जिलों की 24 सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हो गया। राज्य में अर्से बाद हो रहे चुनाव के दौरान मतदाताओं के बीच काफी उत्साह देखने को मिला और बम्पर वोटिंग दर्ज की गई। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) को देर रात 11.30 बजे प्राप्त आंकडों के अनुसार लगभग 61.11 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
Thank you voters for your enthusiastic participation in the 1st phase of the Jammu and Kashmir elections.🌟✨#JashneJamhuriyat #VoiceYourChoice #JKAssemblyElections pic.twitter.com/ex5ZkL22EA
— Election Commission of India (@ECISVEEP) September 18, 2024
उल्लेखनीय है कि अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण में दक्षिण कश्मीर के चार जिलों – पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग और कुलगाम की 16 सीटों और जम्मू के तीन जिलों – डोडा, किश्तवाड़ और रामबन की कुल आठ सीटें शामिल हैं।
किश्तवाड़ में सर्वाधिक 80.14 फीसदी वोटिंग, पुलवामा सबसे कमजोर
चुनाव आयोग को बुधवार मध्य रात्रि तक मतदान के अंतिम आंकड़े नहीं मिल सके थे। फिलहाल उपलब्ध अंतिम आंकड़ों के अनुसार किश्तवाड़ में सबसे ज्यादा 80.14% और पुलवामा में सबसे कम 46.65% वोटिंग हुई। पहले चरण में 23.27 लाख वोटर्स को मतदान करना था।
ECI की ओर से देर रात 11.30 बजे उपलब्ध मतदान प्रतिशत
विस्थापित कश्मीरी पंडितों के लिए दिल्ली, जम्मू व उधमपुर में विशेष मतदान केंद्र
सुरक्षा बलों और एजेंसियों ने सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक निर्धारित पहले चरण के मतदान के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी। साथ ही चुनाव आयोग ने विस्थापित कश्मीरी पंडितों के लिए भी विशेष व्यवस्था की। दिल्ली, जम्मू और उधमपुर में विस्थापित कश्मीरी पंडितों के लिए विशेष मतदान केंद्र बनाए गए। विस्थापित कश्मीरी पंडितों के लिए दिल्ली में चार, जम्मू में 19 और उधमपुर में एक विशेष मतदान केंद्र बनाया गया।
13 पार्टियों के बीच चुनावी समर
ज्ञातव्य है कि जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों के लिए कुल तीन चरणों में वोटिंग होनी है। पहले चरण (18 सितम्बर) के बाद दूसरे चरण में 25 सितम्बर को 26 सीटों और तीसरे फेज में एक अक्टूबर को 40 सीटों पर वोटिंग होनी है। इन सभी चरणों के नतीजे आठ अक्टूबर को आएंगे। विधानसभा में बहुमत के लिए भाजपा सहित 13 मुख्य दलों में मुकाबला हो रहा है।
क्षेत्रीय पार्टियों में महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी और उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस इस चुनाव में प्रमुखता से मैदान में हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरी है।
2014 में PDP और भाजपा ने मिलकर बनाई थी सरकार
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में 10 वर्ष बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। 2014 चुनाव में PDP ने सबसे ज्यादा 28 और भाजपा ने 25 सीटें जीती थीं। दोनों पार्टियों ने मिलकर सरकार बनाई थी। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में दक्षिण कश्मीर की 22 सीटों पर चुनाव हुए थे। तब 11 सीटों पर PDP को जीत मिली थी। भाजपा और कांग्रेस ने 4-4 सीटें जीती थीं। वहीं फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस को दो और CPI (M) को एक सीट मिली थी।