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सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने कहा- एलएसी पर हालात स्थिर परंतु संवेदनशील

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लद्दाख, 13जनवरी। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर स्थिति को “स्थिर लेकिन संवेदनशील” बताया है। उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच जारी तनाव को हल करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने आज सोमवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर चीनी नेतृत्व के साथ चर्चा की है।

लद्दाख के देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों की स्थिति पर उन्होंने कहा कि “दोनों पक्षों ने पारंपरिक पेट्रोलिंग क्षेत्रों में जाने से एक-दूसरे को रोका है। अब तक दो दौर की पेट्रोलिंग की जांच पूरी हो चुकी है और दोनों पक्ष प्रक्रिया से संतुष्ट हैं। चराई के क्षेत्रों को लेकर आपसी सहमति बनी है। यहां बफर जोन का कोई कांसेप्ट नहीं है।”

जनरल द्विवेदी ने यह भी बताया कि जहां हिंसा की संभावना अधिक है, वहां अस्थायी रोक क्षेत्र (टेम्परेरी मोराटोरियम जोन) बनाए गए हैं। उन्होंने कहा, “जहां हिंसा का खतरा अधिक है वहां दोनों पक्षों ने दूरी बनाये रखने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि अप्रैल 2020 से भारत और चीन के बीच भरोसे की नई परिभाषा तय करने की जरूरत है। जनरल द्विवेदी ने कहा “हमें मिलकर बैठने और व्यापक समझ विकसित करने की आवश्यकता है ताकि तनाव कम हो और भरोसा बहाल हो। हम अगली विशेष प्रतिनिधियों की बैठक का इंतजार कर रहे हैं।”

सेना में महिला अधिकारियों की भागीदारी पर जनरल द्विवेदी ने बताया कि लगभग 1,700 महिला अधिकारी वर्तमान में सैनिक और सैन्य स्कूलों में प्रशिक्षण ले रही हैं। ये अधिकारी प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सेना और अन्य सेवाओं में शामिल होंगी। उन्होंने कहा, “लगभग 1,700 महिला अधिकारी प्रशिक्षण ले रही हैं। यह एक महत्वपूर्ण कदम है और इसे बहुत सुनियोजित तरीके से लागू किया जाएगा।”

जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर जनरल द्विवेदी ने बताया कि इस क्षेत्र में मारे गए 60 फीसदी आतंकवादी पाकिस्तानी नागरिक थे। उन्होंने कहा कि 80 फीसदी सक्रिय आतंकवादियों के पाकिस्तान से संबंधित हैं। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर में हिंसा पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद के केंद्र द्वारा संचालित है। 2024 में हमने 15,000 अतिरिक्त जवानों को तैनात किया जिससे क्षेत्र में आतंकवादियों का सफलतापूर्वक सफाया हो सका।

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