टोक्यो, 3 सितम्बर। टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने शुक्रवार को दो नए अध्यायों का सृजन किया। दिन में शूटर अवनि लेखरा जहां एक ही पैरालंपिक में दो पदक जीतने वाली देश की पहली महिला खिलाड़ी बनीं वहीं कुछ घंटे बाद तीरंदाज हरविंदर सिंह व्यक्तिगत रिकर्व ओपन में कांस्य पदक जीतने में सफल रहे। पैरालंपिक खेलों में यह पहला अवसर था, जब किसी भारत ने तीरंदाजी में कोई पदक जीता।
हरविंदर सिंह ने दक्षिण कोरिया के सू मिन किम को कड़े संघर्ष के बाद शूट-ऑफ में 6-5 से हराकर कांस्य पदक जीता। इसके पूर्व सेमीफाइनल में हरविंदर को अमेरिकी तीरंदाज के. माथेर के हाथों 4-6 से मात खानी पड़ी थी, जिसके बाद उनकी सू मिन किम से मुलाकात तय हुई थी।
दिन में तीसरे पदक के साथ भारत के खाते में अब 13 कुल पदक
हरविंदर की सफलता के साथ ही भारत का यह दिन में तीसरा पदक था। इसके पूर्व अवनि लेखरा ने शूटिंग में कांस्य पदक जीता था जबकि जबकि ऊंची कूद प्रवीण कुमार रजत जीतने में सफल रहे। इस प्रकार मौजूदा पैरालंपिक में भारत ने अब तक 13 पदक जीत लिए हैं, जिनमें दो स्वर्ण, छह रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं।
पिछले सभी पैरालंपिक में जीते कुल पदकों का योग भी पीछे छूटा
गौर करने वाली बात तो यह है कि भारत ने वर्ष 1968 के मेक्सिको पैरालंपिक से लेकर रियो 2016 तक कुल 12 पदक जीते थे, जिनमें सर्वाधिक दो स्वर्ण सहित चार पदक रिओ में मिले थे। लेकिन अब अकेले इसी संस्करण में 13 पदक जीतकर भारतीय खिलाड़ी अनूठा कीर्तिमान बना चुके हैं। उम्मीद है कि बचे दो दिनों में कुछ और पदक भारत की झोली में गिरेंगे।
शूट-ऑफ से हो सका कांस्य पदक का फैसला
भारतीय तीरंदाज ने पलटवार करते हुए तीसरे सेट पर कब्जा किया तो चौथा सेट बराबरी पर छूटा। दोनों खिलाड़ियों ने इस सेट में 25 का स्कोर किया। इसके बाद पांचवां सेट सू मिन ने जीता और मुकाबले में 5-5 की बराबरी कर ली, जिसके बाद शूट-ऑफ का सहारा लेना पड़ा।
हरविंदर ने सेमीफाइनल में अमेरिकी तीरंदाज से हारने के पूर्व 1/16 एलिमिनेशन राउंड में इतालावी स्टेफनो ट्राविसानी को 6-5, फिर 1/8 एलिमिनेशन राउंड में रूसी तीरंदाज हिएव बी. सिडेनडोर्ज को 6-5 और क्वार्टर फाइनल में जर्मन स्पर्धी माएक सार्सेस्की को 6-2 से मात दी थी।
सोमन राणा कांस्य पदक से चूके
इस बीच सोमन राणा पुरुषों की गोला प्रक्षेप F57 स्पर्धा के फाइनल में नजदीकी अंतर से कांस्य पदक चूक गए। वह 13.81 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रक्षेप के बावजूद चौथा स्थान पा सके क्योंकि ब्राजीली पाउलिनो ने नया पैरालंपिक रिकॉर्ड बना दिया।
कशिश और एकता को मायूसी हाथ लगी
उधर महिलाओं की क्लब थ्रो F51 स्पर्धा के फाइनल में कशिश लाकड़ा और एकता भियन को मायूसी हाथ लगी। कशिश 12.66 मीटर के सत्र के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के बाद छठे स्थान पर रहीं जबकि एकता ने भी 8.38 मीटर का सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया, लेकिन उन्हें आठवां स्थान मिल सका।