लखनऊ, 22 मई। समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और भाजपा नेता अपर्णा यादव अपने जेठ अखिलेश यादव के खिलाफ कन्नौज और जेठानी डिंपल यादव के खिलाफ मैनपुरी में भले ही चुनाव प्रचार से दूर रहीं, लेकिन अब उन्होंने आजमगढ़ में अपने चचेरे जेठ धर्मेंद्र यादव के खिलाफ चुनाव प्रचार में उतरने का मन बना लिया है। इस क्रम में अपर्णा भाजपा प्रत्याशी व भोजपुरी सुपरस्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ के समर्थन में गुरुवार (23 मई) को आजमगढ़ में रोड शो करेंगी।
मुलायम परिवार के 5 सदस्य इस बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे
उल्लेखनीय है कि मुलायम परिवार के पांच सदस्य इस बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। सपा की परम्परागत सीट कन्नौज से खुद पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, मैनपुरी से डिंपल यादव, फिरोजाबाद से अक्षय यादव, बदायूं से शिवपाल यादव के बेटे आदित्य और आजमगढ़ से अभय राम यादव के बेटे धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं।
अपर्णा यादव की बात करें तो उन्होंने कन्नौज, मैनपुरी, फिरोजाबाद और बदायूं में अपने परिवार के लोगों के खिलाफ प्रचार नहीं किया था, लेकिन अब वह आजमगढ़ में धर्मेंद्र यादव के खिलाफ प्रचार करती हुए दिखाई देंगी।
विधानसभा उपचुनाव में दिनेश लाल निरहुआ से हारे थे धर्मेंद्र
गौरतलब है कि आजमगढ़ सीट पर 2019 के चुनावों में अखिलेश यादव ने जीत हासिल की थी। तब उन्होंने भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ को हराया था। लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में मैनपुरी की करहल सीट से जीत हासिल करने के बाद उन्होंने आजमगढ़ सीट छोड़ दी थी। उसके बाद हुए उपचुनाव में सपा ने धर्मेंद्र यादव को लड़ाया, लेकिन वह दिनेश लाल से चुनाव हार गए।
अब एक बार फिर ये दोनों प्रत्याशी आमने-सामने हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने यहां से तीसरी बार प्रत्याशी बदलते हुए फिर मुस्लिम प्रत्याशी मशहूद अहमद को मैदान में उतारा है, लेकिन आमने-सामने की लड़ाई ‘साइकिल’ और ‘कमल’ के बीच ही है।
डिंपल के खिलाफ मैदान में उतरने की थीं अटकलें
इससे पहले चर्चा थी कि अपर्णा को भाजपा इस चुनाव में डिंपल यादव के खिलाफ मैनपुरी से मैदान में उतार सकती है। हालांकि अपर्णा ने यह कहते हुए इन अटकलों पर विराम लगा दिया था कि वह अपने परिवार का सम्मान करती हैं। हालांकि उन्होंने अमेठी और रायबरेली में गांधी परिवार के सामने चुनाव लड़ने को लेकर तस्वीर साफ नहीं की थी। ये कयास भी लगाए गए कि अपर्णा रायबरेली या अमेठी सीट से चुनाव में उतरें। लेकिन भाजपा ने रायबरेली से गांधी परिवार के करीबी रहे दिनेश प्रताप सिंह को उतारा जबकि अमेठी से केंद्रीय मंत्री व मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी ही थीं।